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सीएम योगी ने गठित की आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और शिक्षाविदों की एक खास टीम, विश्वविद्यालयों में युवाओं से करेगी मुलाकात

मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पूर्व एक अभिनव पहल की है। राज्य सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा समेत अन्य शिक्षाविद्यों की 48 सदस्यीय टीम गठन किया है।

सीएम योगी ने गठित की आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और शिक्षाविदों की एक खास टीम, विश्वविद्यालयों में युवाओं से करेगी मुलाकात
Pawan Kumar Sharmaहिन्दुस्तान,लखनऊTue, 31 Jan 2023 03:43 PM
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पूर्व एक अभिनव पहल की है। राज्य सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 12, भारतीय पुलिस सेवा के 6 और भारतीय वन सेवा के 6 अधिकारियों (सभी सेवानिवृत्त) और 24 शिक्षाविदों सहित की 48 सदस्यीय टीम गठित की है। आगामी 3 से 5 फरवरी तक ये टीम अलग-अलग विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में युवाओं से संवाद कर रोजगार से जुड़ी उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करेगी, साथ ही, युवाओं के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की उपयोगिता के संबंध में जागरूक करेगी। इसी संदर्भ में मंगलवार को सीएम आवास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम से मुलाकात की।

इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पांच-छह सालों में देश दुनिया के सामने यूपी ने एक अलग नई पहचान बनाई है। राज्य के प्रति लोगों की धारणा बदली है। उत्तर प्रदेश अपार संभावनाओं का प्रदेश है। देश और प्रदेश के समग्र विकास में हमें इन संभावनाओं को जमीन पर उतारना होगा। आप सभी के पास सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है। महत्वपूर्ण पदों पर दायित्व निर्वहन किया है। आपके इन अनुभवों से हमारे युवा लाभांवित हों, इसके लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। 

2017 से प्रदेश की हालत दयनीय थी- सीएम योगी

मुख्यमंत्री ने 48 सदस्यीय गठित टीम से कहा कि साल 2017 में जब प्रदेश की जिम्मेदारी मिली थी। तब इसकी अर्थव्यवस्था की स्थिति दयनीय थी। लेकिन बीजेपी सरकार ने सभी पहलुओं का अध्ययन कर नीतिगत सुधार और व्यवस्था के सरलीकरण के लिए मिशन मोड में काम किया। कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर करने के प्रयास हुए। फिर अगले ही साल जब हमने इन्वेस्टर्स समिट आयोजित किया तो 4.68 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव हमें मिले। इसके बाद तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से हम लगभग 4 लाख करोड़ तक के प्रस्तावों को जमीन पर उतार चुके हैं।

सीएम योगी ने कहा,  'साल 2017 में जब हमने किसानों की ऋण माफी की योजना को क्रियान्वित करने के लिए बैंकर्स को फोन किया तो हमें हतोत्साहित करने वाले नतीजे मिले। किसी ने हमारा फोन रिसीव नहीं किया। और अभी बीते दिनों जब मुंबई में बैंकर्स और वित्तीय संस्थाओं के सीईओ, एमडी से भेंट हुई तो लोग स्वतः स्फूर्त भाव से प्रदेश के विकास में सहायक बनने की उत्सुकता जता रहे थे।'

उत्तर प्रदेश में विकास में असमानता एक बड़ी समस्या रही है। मध्य उत्तर प्रदेश और एनसीआर की तुलना में पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड का बहुत कम विकास हुआ था। यहां न तो इंफ्रास्ट्रक्चर डिवलेपमेंट का काम हुआ था न ही लोगों के जीवन स्तर में सुधार के प्रयास। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में उद्योग नहीं लग पाए। नतीजतन यहां के युवाओं के सामने पलायन का संकट रहा। हमने इस आसमान विकास की समस्या के स्थायी निराकरण के लिए ठोस प्रयास किये हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड को फोकस करते हुए हमने अपनी नीतियों में विशेष प्रावधान किए हैं। बेहतर कनेक्टिविटी, सुदृढ़ कानून व्यवस्था और व्यवसाय की सरलता के अनुकूल नीतियां लागू कीं। नतीजतन आज इन पिछड़े कहे जाने वाले क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना हो रही है। लाखों-करोड़ के निवेश प्रस्ताव हमें मिल रहे हैं। 

राज्य की अर्थव्यवस्था के आकार को एक ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाने के उद्देश्य से देश तथा विदेशों से पूंजी निवेश आकर्षित करने हेतु आगामी 10-12 फरवरी को लखनऊ में उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। यह 3 दिवसीय समिट राज्य के समावेशी विकास, व्यापार के अवसरों का अन्वेषण तथा सहभागिता स्थापित करने हेतु उद्योग एवं वाणिज्य जगत से जुड़े उद्योगपतियों, निवेशकों, व्यापारियों, प्रबन्ध शास्त्रियों, उच्च स्तर के प्रशासनिक अधिकारियों, कॉरपोरेट नेतृत्व, विचारकों, बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों एवं नीति निर्धारकों हेतु एक विचार मंच उपलब्ध करायेगी।

यह तीन दिनी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट न केवल प्रदेश में औद्योगीकरण की संभावनाओं को जमीन पर उतारने वाली होगी, बल्कि प्रदेश के सामान्य नागरिक के जीवन स्तर को बेहतर करने, अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और रोजगार के लाखों नए अवसर सृजित करने वाली भी होगी। इस समिट का सबसे बड़ा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा। नौकरी और रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों की ओर पलायन के लिए हमारे युवा अब विवश नहीं होंगे।

7 लाख 12 हजार करोड़ से ज्यादा का मिला निवेश प्रस्ताव

सीएम योगी ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले देश और विदेश में हुए रोड शो में निवेशकों की ओर से अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिला है। 16 देशों के 21 शहरों में आयोजित रोड शो में राज्य को 7 लाख 12 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले। पूरी दुनिया के उद्योग जगत ने उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उत्साह जताया है। यह समिट अभूतपूर्व होने जा रहा है।  इस बार सभी जिले इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन से जुड़ रहे हैं। 10-12 फरवरी के मुख्य समारोह से पूर्व जनपदों में निवेशक सम्मेलन आयोजित हो रहे हैं और हजारों करोड़ के निवेश सीधे जिलों को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश के लिए यह अभूतपूर्व है।

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