रूठी बीवी को मनाने के लिए क्लर्क ने दी छुट्टी की अर्जी, 55 की उम्र में मशहूर हुई मियां-बीवी की मोहब्बत
कानपुर में शिक्षा विभाग में तैनात एक क्लर्क ने अपनी रूठी बीवी को मनाने के लिए बकायदा छुट्टी की अर्जी दी। 55 साल के शौहर ने छुट्टी मंजूर होने के बाद ससुराल जाकर 50 साल की बीवी को मनाया और घर लाया।
इस खबर को सुनें
बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात एक क्लर्क ने रूठकर मायके चली गई अपनी बीवी को मनाने के लिए बकायदा अर्जी दे छुट्टी मांगी। अफसरों ने छुट्टी की मंजूरी के बाद वह ससुराल गए और शादी के 37 साल बाद रूठकर गई बीवी की मान-मनौव्वल कर उन्हें मना ले आए। अब 55 साल की उम्र में क्लर्क की अपनी बीवी से मोहब्बत पूरे इलाके में मशहूर हो गई है।
55 वर्षीय क्लर्क शमशाद बेसिक शिक्षा विभाग में उस वक्त सुर्खियों में आ गए थे, जब उन्होंने बड़ी साफगोई से छु्ट्टी की अर्जी में वजह के तौर पर अपनी रूठी पत्नी को मनाकर घर लाने का हवाला दिया। शमशाद का यह प्रार्थनापत्र वायरल हो गया था। उनके सात बच्चे हैं, जिनमें से चार की शादी हो चुकी है। शमशाद अहमद का निकाह शाहजहां के साथ 1985 में हुआ था। शाहजहां की उम्र भी 50 साल हो चुकी है।
बुधवार को शमशाद अहमद बड़ी जद्दोजहद के बाद पत्नी को मायके से अपने घर ले आए। अब उनकी पांचों बेटियां और दोनों बेटे अम्मी की वापसी से खुश हैं। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय प्रेमनगर में लिपिक शमशाद ने पत्नी के रूठ कर मायके जाने पर जब छुट्टी के लिए आवेदन किया तो पत्र वायरल हो गया। उन्होंने प्रार्थना पत्र में लिखा था, पत्नी से प्यार मोहब्बत की बात को लेकर कुछ तकरार हो गई। पत्नी बड़ी बेटी और उसके दो बच्चों को लेकर नाराज होकर होकर अपने मायके चली गई हैं। इससे प्रार्थी (शमशाद) मानसिक रूप से आहत है। उसे मायके से मनाकर लाने के लिए गांव जाना पड़ रहा है। शमशाद के प्रार्थना पत्र पर विभाग ने उनका अवकाश स्वीकृत कर लिया था। शमशाद बस्ती के गोपिया गांव स्थित ससुराल पहुंच गए।
वह तीन दिन वहां ठहरने के बाद पत्नी को मनाकर वापस ले आए। पत्नी शाहजहां अब अपने घर लौट कर खुश हैं। उन्होंने कहा कि थोड़ी कहासुनी हुई थी, इसलिए अपने गांव चली गई थीं। शमशाद ने बताया कि उनकी पांच बेटियां हैं, जिसमें से वह तीन की शादी कर चुके हैं। दो बेटों में एक बेटे की भी शादी कर दी है। अब बेगम को लिवा लाए हैं। कार्यालय ज्वाइन कर लिया है। अक्सर घरों में जैसी कहासुनी होती रहती है, वैसे ही हो गई थी। टेंशन था इसलिए चिट्टी में पूरी बात लिख दी। उधर, विभाग में इस वायरल प्रार्थना पत्र को लेकर उनकी अलग पहचान बन गई है।