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प्रचंड बहुमत दिलाने के लिए जनता के बीच जाएं कार्यकर्ता : सपा

समाजवादी पार्टी ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों का बिगुल अभी से फूंक दिया है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने भाजपा को सत्ता से बाहर कर अपनी सरकार बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को जनता के...

प्रचंड बहुमत दिलाने के लिए जनता के बीच जाएं कार्यकर्ता : सपा
विशेष संवाददाता, लखनऊ।Sun, 15 Mar 2020 07:04 AM
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समाजवादी पार्टी ने साल 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों का बिगुल अभी से फूंक दिया है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने भाजपा को सत्ता से बाहर कर अपनी सरकार बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाने को कहा है।

लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शनिवार को सपा मुख्यालय में हुई। अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा भाजपा ने जनता के साथ छल किया है। उनकी लड़ाई भाजपा से ही है। कार्यकर्ता जनता के बीच जाएं और 'काम बोलता है,' के बारे में बताएं। लोगों के दिलों को जीतें। जनता को बताया जाए कि सपा सरकार ने उनकी बेहतरी के लिए विकास के ढेरों काम किए हैं।

अब चुनाव तक प्रदेश भर साईकिल यात्रा व आंदोलन
पार्टी के उपाध्यक्ष किरनमय नंदा व सचिव राजेंद्र चौधरी ने बताया कि कार्यकारिणी की बैठक में तय किया गया कि अब हर महीने की 22 तारीख को साईकल यात्रा या धरना प्रदर्शन तहसील स्तर पर होगा। इसमें भाजपा सरकार की असलियत जनता को बताई जाएगी। यह अभियान अप्रैल से शुरू होगा और चुनाव शुरू होने तक चलेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद भी साइकिल यात्रा पर निकलेंगे। इसके अलावा 23 मार्च को सभी तहसील स्तर पर डाक्टर राम मनोहर लोहिया  की जयंती पर साईकल यात्रा द्वारा जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा।

कार्यकारिणी बैठक में भाजपा निशाने पर 
कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव पास किए गए। राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि जब 1992 में सपा बनी थी तब आम भारतीय का मनोबल टूट चुका था। लूट ही लूट थी। आज 2020 में इससे बदतर हालात हैं। संविधान को कमजोर करने की कोशिशें हो रही हैं। कार्यपालिका ने लगभग सारे अधिकार अपने हाथ में ले लिए हैं। सरकार व उसके सहयोगी संगठन निर्लज्जता पूर्वक संविधान के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को तहस नहस करने में लगे हुए हैं।

गैरभाजपा सरकारों के साथ भेदभाव
कार्यकारिणी की बैठक में कहा गया कि गैर भाजपा शासित प्रदेशों की सरकारों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाना और उन्हें गिराने का प्रयास करना भाजपा सरकार के लिये आम बात हो गयी है। विपक्षी नेताओं को डराने, धमकाने और उनकी खिलाफत करने वालों के खिलाफ इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई का प्रयोग करना भारतीय राजनीति के लिये सबसे अशुभ संकेत है। जो व्यक्ति इस सरकार की खिलाफत करे, वह देशद्रोही घोषित हो जाता है। वोट की खातिर दंगे कराना, असंवैधानिक कानूनों का बनाना भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरे की घंटी के समान है। नागरिकता संशोधन अधिनियम, एनआरसी और एनपीआर की वजह से पूरे देश में बेचैंनी है।

बैठक में उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव, महासचिव राम जी लाल सुमन, इंद्रजीत सरोज खास, सांसद जया बच्चन, कमाल अख्तर, राम गोविंद चौधरी, अरविंद सिंह, राजपाल कश्यप समेत कई सदस्य शामिल हुए। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते चिकित्सीय सलाह पर दूसरे राज्यों के कई सदस्य बैठक में शामिल नही हुए। सपा द्वारा मध्य प्रदेश में वैकल्पिक राजनीति के लिए कारगर कदम उठाने का निर्णय लिया गया।

आजम खां को लगातार अपमानित कर रही है भाजपा सरकार
भाजपा की नफरत की राजनीति का परिणाम है कि सपा के नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। नौ बार के विधायक रहे व वर्तमान सांसद मो. आजम खां को भाजपा सरकार द्वारा लगातार अपमानित किया जा रहा है और फर्जी मुकदमो में फंसा कर जेल यातना दी जा रही है।

राम जन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण शुरु करने से पहले विराजमान रामलला को नियत स्थान पर प्रतिष्ठित करने के लिए नई दिल्ली में निर्मित प्री फैब्रिकेटेड मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर अयोध्या पहुंच गया है।

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