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बसपा का मिशन-2022 फतेह का खाका तैयार, क्या होगी टिकट बंटवारे में प्राथमिकता?

बसपा ने मिशन-2022 को फतेह करने का खाका लगभग तैयार कर लिया है। इसके आधार पर वह अधिसूचना जारी होने से पहले उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी। टिकट बंटवारे में इस बार जिला कोआर्डिनेटरों के स्थान पर मुख्य...

बसपा का मिशन-2022 फतेह का खाका तैयार, क्या होगी टिकट बंटवारे में प्राथमिकता?
शैलेंद्र श्रीवास्तव,लखनऊTue, 13 Jul 2021 06:14 AM

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बसपा ने मिशन-2022 को फतेह करने का खाका लगभग तैयार कर लिया है। इसके आधार पर वह अधिसूचना जारी होने से पहले उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी। टिकट बंटवारे में इस बार जिला कोआर्डिनेटरों के स्थान पर मुख्य सेक्टर प्रभारियों से नामों का पैनल मांगा गया है। इसके आधार पर टिकट का बंटवारा किया जाएगा।

बसपा सुप्रीमो ने इस बार टिकट बंटवारे के लिए नया फार्मूला तैयार किया है। इसके आधार पर टिकट देने में सामान्य और ओबीसी को प्राथमिकता दी जाएगी। सामान्य जातियों में सबसे अधिक ब्राह्मण जाति पर दांव लगाने पर काम चल रहा है। इसके लिए पहली प्राथमिकता सामान्य जाति में इनको ही देने की है। दूसरी जातियों में पिछड़े वर्ग के अधिक वोटर हैं। यह भी माना जा रहा है कि भाजपा से ब्राह्मण नाराज हैं। इसलिए ब्राह्मण उम्मीदवार होने पर इसका भी फायदा मिल सकता है। इसके बाद दलितों के साथ अल्पसंख्यकों को मैदान में उतारा जाएगा।

पंचायत चुनाव में बेहतर काम का इनाम

इसके साथ ही पंचायत चुनाव में बेहतर काम करने वालों को भी बतौर टिकट देकर इनाम देने की तैयारी है। मुख्य सेक्टर प्रभारियों ऐसे जिला पंचायत सदस्यों के नाम मांगे गए हैं जिनकी अपने विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और जिन्होंने अपने साथ आसपास की सीटें भी जीतवाई हों। बसपा हाईकमान का मानना है कि ऐसे नए लोगों पर भी दांव लगाने का फायदा चुनाव में मिल सकता है। बसपा सुप्रीमो इसको लेकर अगस्त में मुख्य सेक्टर प्रभारियों व उनके साथ लगाए गए सेक्टर प्रभारियों के साथ बैठक करेंगी। इसमें ही टिकट बंटवारे पर चर्चा होगी।

अक्तूबर से शुरू होगी घोषणा
बसपा अपने उम्मीदवारों को चुनावी तैयारी के लिए पर्याप्त समय देगी, जिससे किसी तरह की कोई कमी न रह जाए। इसके लिए सिंतबर के आखिरी सप्ताह या फिर अक्तूबर से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा शुरू हो जाएगी। सूत्रों का कहना है कि बसपा इस बार अधिकतर सीटों पर युवाओं को मौका देना चाहती है, जिससे उनकी क्षमता का बेहतर उपयोग किया जा सके।
 

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