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Hindi News उत्तर प्रदेशआयुष फर्जीवाड़े में बीजेपी नेता भाई समेत गिरफ्तार, बिचौलियों से अफसरों को भिजवाये गए थे महंगे गिफ्ट और रुपए 

आयुष फर्जीवाड़े में बीजेपी नेता भाई समेत गिरफ्तार, बिचौलियों से अफसरों को भिजवाये गए थे महंगे गिफ्ट और रुपए 

आयुष दाखिले में फर्जीवाड़ा करने में शामिल रहे गाजीपुर जिले के भाजपा नेता विजय कुमार यादव और उसके भाई धर्मेन्द्र यादव को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को बेहद गोपनीय तरीके से कोर्ट में पेश किया गया।

आयुष फर्जीवाड़े में बीजेपी नेता भाई समेत गिरफ्तार, बिचौलियों से अफसरों को भिजवाये गए थे महंगे गिफ्ट और रुपए 
Ajay Singhप्रमुख संवाददाता,लखनऊ,Sat, 03 Dec 2022 08:27 AM

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आयुष दाखिले में फर्जीवाड़ा करने में शामिल रहे गाजीपुर जिले के भाजपा नेता विजय कुमार यादव और उसके भाई धर्मेन्द्र यादव को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को बेहद गोपनीय तरीके से शुक्रवार को विशेष जज भ्रष्टाचार निवारण रमाकान्त प्रसाद की कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। कई कालेजों का संचालन करने वाले इन दोनों भाईयों पर आरोप है कि इन लोगों ने अपने समूह से जुड़े कालेज में दाखिले के लिये अफसरों से साठगांठ की। बिचौलियों से अफसरों को महंगे गिफ्ट और रुपये भी पहुंचाये गये।

बिचौलिये की मदद से वह लोग निदेशालय के अफसरों और कर्मचारियों के सम्पर्क में आये थे। कुलदीप सिंह ने भी इसमें अहम भूमिका निभायी थी। विजय और धर्मेन्द्र समेत पांच लोगों को एसटीएफ ने गुरुवार को हिरासत में ले लिया था। विजय यादव भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष हैं।

एसटीएफ ने वाराणसी, भदोही, गोरखपुर, गाजीपुर और मऊ से तीन कालेज प्रबन्धकों समेत पांच लोगों को उठाया था। एसटीएफ ने कुछ दिन पहले निलम्बित निदेशक एसएन सिंह, नोडल अधिकारी डॉ. उमाकांत यादव, वित्त लिपिक राजेश कुमार, वी-थ्री कम्पनी के मुखिया कुलदीप वर्मा समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में कई कालेज के प्रबन्धक भी रडार पर आ गये थे। पकड़ा गया विजय भाजपा किसान मोर्चा का प्रदेश कोषाध्यक्ष भी है। इस मामले में 14 लोग जेल में हैं। एसटीएफ के एक अधिकारी के मुताबिक विजय कुमार का कृष्ण एंड सुदामा कम्पनी नाम से ग्रुप है। इस समूह का कालेज भी है। इसी आयुष कालेज में प्रवेश के लिए अफसरों को गिफ्ट और रुपये दिये गए।

कई कालेजों में प्रवेश
एसटीएफ के एक अफसर ने बताया कि विजय ने कुलदीप के साथ कई और कालेजों में फर्जी अभ्यर्थियों का दाखिला कराया। इनके लिये दो से तीन लाख रुपये वसूले गये। फिर इन रुपयों की बंदरबांट हुई। एसटीएफ इन दोनों को भी रिमाण्ड पर लेगी।

जौनपुर से रिश्तेदार को पहले उठाया गया था
एसटीएफ ने आयुष फर्जीवाड़े में चार नवम्बर को हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज होने के बाद ही पड़ताल तेज कर दी थी। दो दिन बाद ही एसटीएफ ने जौनपुर में कृष्ण कुमार यादव को पूछताछ के लिये उठाया था। कृष्ण कुमार का भी एक कालेज चलता है। कृष्ण कुमार को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। उस समय भी कई जानकारियां एसटीएफ को मिली थी।

अहम सबूत मिले
1. आयुष घोटाले में एसटीएफ को कई और सबूत मिले
2. काउन्सलिंग के समय के सीसीटीवी फुटेज में भी कई चेहरे दिखे
3. कई कॉलेजों के प्रबंधक तथा छात्र भी फुटेज में देखे गए

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