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Hindi News उत्तर प्रदेश'लक्ष्‍य कभी न भूलना...बेटी ही मुखाग्नि देगी तो मिलेगी शांति', सुसाइड नोट लिख स्‍कूल मैनेजर ने कर ली आत्‍महत्‍या

'लक्ष्‍य कभी न भूलना...बेटी ही मुखाग्नि देगी तो मिलेगी शांति', सुसाइड नोट लिख स्‍कूल मैनेजर ने कर ली आत्‍महत्‍या

उत्‍तर प्रदेश के देवरिया में एक निजी स्‍कूल के प्रबंधक ने फंदे से लटककर आत्‍महत्‍या कर ली। उनके पास से सात पेज एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उन्‍होंने अपनी पत्‍नी नीतू से माफी...

'लक्ष्‍य कभी न भूलना...बेटी ही मुखाग्नि देगी तो मिलेगी शांति', सुसाइड नोट लिख स्‍कूल मैनेजर ने कर ली आत्‍महत्‍या
हिन्‍दुस्‍तान टीम ,देवरिया Wed, 01 Dec 2021 11:06 AM

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उत्‍तर प्रदेश के देवरिया में एक निजी स्‍कूल के प्रबंधक ने फंदे से लटककर आत्‍महत्‍या कर ली। उनके पास से सात पेज एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उन्‍होंने अपनी पत्‍नी नीतू से माफी मांगी है। सुसाइड नोट कई अन्‍य भावुक बातों के साथ लिखा है 'नीतू मुझे क्षमा करना, अपना लक्ष्‍य कभी मत भूलना। बेटी का ख्याल रखना। मेरे शरीर को बेटी आराध्या ही मुखाग्नि देगी, तो मुझे शांति मिलेगी। मेरा सपना है, बेटी अधिकारी बने। परिजन बेटी को उसका हक, अधिकार जरूर दे देंगे।

बताया जा रहा है कि रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अहलादपुर मरकड़ी के रहने वाले अमित यादव (उम्र 35 वर्ष) लाकडाउन के समय से काफी परेशान चल रहे थे। वह बैंक के कर्ज को लेकर तनाव में रहते थे। अमित, मुंबई से कम्प्यूटर इंजीनियर की पढ़ाई करने के बाद गांव आ गए। पांच साल पहले एलबीआर पब्लिक स्कूल के नाम से पिड़रा मार्ग पर विद्यालय चलाते थे। स्कूल बढ़िया चल रहा था। जिसके चलते उन्होंने दो बस और तीन मैजिक गाड़ी बैंक से लोन पर खरीदा था। लाकडाउन में स्कूल बन्द हो जाने के कारण दिक्कत हो गई और गाड़ियों का किश्त नहीं जमा कर पा रहे थे। निबहीं मार्ग पर नीजी मकान में अमित की गिट्टी बालू की दुकान है, जहां पत्नी नीतू यादव व एक मात्र ड़ेढ़ वर्ष की पुत्री आराध्या के साथ रहते थे। 

सोमवार की शाम करीब साढ़े सात बजे वह स्कूल पर गए। स्कूल में कमरे का फाटक अंदर से बन्द करके पंखे के हुक से कपड़ें का फंदा लगाकर जान दे दी। मोबाइल रिसीव न होने पर पत्नी अपने भतीजे और ट्रैक्टर ड्राइवर के साथ स्कूल पर पहुंची। आसपास के लोगों के सहयोग से शटर तोड़ कर अंदर गईं तो पति को फंदे से लटकता देख चिल्लाने लगीं। लोगों ने आनन-फानन में शीशे का फाटक तोड़कर अमित नजदीकी अस्‍पताल पहुंचाया। वहां डॉक्‍टरों ने उन्‍हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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