बलिया में कोटे की दुकान के आवंटन के दौरान पुलिस के सामने ही मौत के घाट उतार दिये गए जयप्रकाश के परिवार की महिलाएं अनशन करेंगी। अभी तक कई आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इसी के विरोध में जयप्रकाश की पत्नी ने अनशन की चेतावनी दी है। हत्यारोपित धीरेन्द्र सिंह के घर की महिलाएं भी जयप्रकाश के परिजनों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पांच दिनों से घर के बरामदे में अनशन पर बैठी हुई है।
दुर्जनपुर गांव में कोटे के दुकान के आंवटन के लिये 15 अक्तूबर को आयोजित खुली बैठक में विवाद हो गया। इसी दौरान हुए बवाल में जयप्रकाश पाल गामा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तत्कालीन एसडीएम बैरिया सुरेश पाल व सीओ चंद्रकेश सिंह के साथ ही पुलिस फोर्स की मौजूदगी में हुई यह घटना हाईप्रोफाइल हो गयी।
इस मामले में रिटायर फौजी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू समेत आठ नामजद व 25 अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ। इस मामले में एक दर्जन से अधिक आरोपितों को पुलिस जेल भेज चुकी है। घटना के कुछ दिनों बाद कोर्ट के निर्देश पर मृतक जयप्रकाश पाल समेत 21 नामजद व 25-30 अज्ञात पर रेवती पुलिस ने मुकदमा कायम कर लिया। चार दिनों पहले आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मुख्य आरोपित डब्लू की भाभी आशा प्रताप सिंह परिवार की महिलाओं के साथ घर के बरामदे में अनशन पर बैठ गयी।
इस बीच, गुरुवार को मृतक गामा की पत्नी धर्मशीला ने एसडीएम को पत्र देकर शेष आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की गयी है। उन्होंने मुकदमा वापस लेने के लिये दबाव बनाने व धमकी देने का आरोप लगाया है। चेतावनी दी है कि शेष आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की गयी तो 24 घंटे बाद घर के सामने आमरण अनशन करुंगी।