आजम खां को एक और झटका, जौहर यूनिवर्सिटी से वापस दिलाई 20 किसानों की जमीन
दलितों की 104 बीघा जमीन को कब्जे में लेने के बाद प्रशासन ने सपा सांसद आजम खां को एक और झटका दिया है। प्रशासन ने जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल 26 किसानों को जमीन वापस दिलाने का काम शुरू कर दिया है। पहले...
दलितों की 104 बीघा जमीन को कब्जे में लेने के बाद प्रशासन ने सपा सांसद आजम खां को एक और झटका दिया है। प्रशासन ने जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल 26 किसानों को जमीन वापस दिलाने का काम शुरू कर दिया है। पहले दिन बीस किसानों को करीब 18 बीघा जमीन वापस दिलवा दी गई। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में दिन भर कब्जा दिलाने की प्रक्रिया चलती रही।
सपा सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। राजस्व परिषद ने दलितों की जमीन को वापस लेने के आदेश के बाद प्रशासनिक अमले ने बुधवार को जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचकर जहां 104 बीघा जमीन को कब्जे में लेने की कवायद की थी, वहीं सेस जमा न करने पर यूनिवर्सिटी के दो भवनों को सील कर दिया था। इसके बाद हड़कंप मच गया था। प्रशासन ने अपनी कार्रवाई को दूसरे दिन भी जारी रखा। प्रशासनिक अफसरों की टीम ने गुरुवार को यूनिवर्सिटी में पहुंचकर आलियागंज के उन किसानों की जमीन को वापस दिलाया, जिन्होंने सपा सांसद आजम खां पर यूनिवर्सिटी की खातिर जमीन को कब्जाने का आरोप लगाते हुए अजीमनगर थाने में मुकदमे दर्ज कराए हैं।
एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी और शाहबाद के एसडीएम प्रवीन कुमार समेत अन्य अफसर गुरुवार की दोपहर यूनिवर्सिटी पहुंचे,जहां अफसरों ने आलियागंज से किसानों को बुलवाया। आलियागंज के किसान हाथों में फावड़ा लेकर यूनिवर्सिटी पहुंचे। किसानों ने अफसरों की मौजूदगी में अपनी-अपनी जमीन कागजातों के मुताबिक कब्जानी शुरू कर दी। सभी जमीन की ठियाबंदी करनी शुरू कर दी गई। इस बीच यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर सुल्तान मोहम्मद खां भी कागजातों के साथ यहां पहुंच गए और उन्होंने हाईकोर्ट के आदेश की प्रति भी दिखाई।
अफसरों ने जमीन पर स्थगनादेश न होने की बात कहते हुए कब्जे दिलाने की कार्रवाई शुरू कर दी। करीब तीन घंटे तक यूनिवर्सिटी के भीतर कब्जा दिलाने की कार्रवाई चलती रही। शाम को यूनिवर्सिटी में शामिल की गई बीस किसानों की करीब 18 बीघा जमीन को वापस दिलाने का दावा प्रशासन की ओर से किया गया है। इस कार्रवाई से खलबली मच गई है।
26 किसानों ने अपनी जमीन को जबरन जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल कराने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। इसी आधार पर अब किसानों को जौहर यूनिवर्सिटी के कब्जे से जमीन को वापस दिलाने की कवायद की गई है। बीस किसानों को करीब 18 बीघा जमीन आज वापस दिलाई गई है। -प्रेम प्रकाश तिवारी, एसडीएम सदर