ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशअयोध्या : भीड़ की चुनौती से निपटने के लिए राम जन्मभूमि की हाईटेक होगी सुरक्षा

अयोध्या : भीड़ की चुनौती से निपटने के लिए राम जन्मभूमि की हाईटेक होगी सुरक्षा

राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला की सुरक्षा व्यवस्था पर नए सिरे से मंथन चल रहा है। ऐतिहासिक विवाद के समाधान के बाद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भव्य व दिव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया...

अयोध्या : भीड़ की चुनौती से निपटने के लिए राम जन्मभूमि की हाईटेक होगी सुरक्षा
कमलाकान्त सुन्दरम्, अयोध्या।Tue, 25 Feb 2020 09:07 AM
ऐप पर पढ़ें

राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला की सुरक्षा व्यवस्था पर नए सिरे से मंथन चल रहा है। ऐतिहासिक विवाद के समाधान के बाद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भव्य व दिव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने में अभी समय है। इस बीच देश भर से उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से निपटने की बड़ी चुनौती सुरक्षा महकमे के लिए है। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक करने के सम्बन्ध में सुरक्षा विशेषज्ञ प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं।

एडीजी सुरक्षा की अगुवाई में रामजन्मभूमि की स्थाई सुरक्षा समिति प्रत्येक तीन माह पर रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करती है। वहीं जिला प्रशासन के पुलिस व प्रशासनिक अफसर प्रत्येक माह स्थाई समिति के निर्देशों के क्रियान्वयन व अनुपालन की समीक्षा करती है। पूर्व में रामलला के सुरक्षा को लेकर मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर को बुलेट प्रूफ बनाने का सुझाव दिया था। स्थाई सुरक्षा समिति के इस प्रस्ताव को मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के यथास्थिति के आदेश के विरुद्ध मानते हुए याचिका दायर कर दी थी। इसके चलते यह मुद्दा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

इसके बाद पुन: वाच टावर को बुलेट प्रूफ बनाने का सुझाव दिया गया लेकिन लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने तकनीकी कारणों से इस प्रस्ताव को अमल में ला पाने में असमर्थता जताई। फिलहाल अब विवाद का निपटारा हो चुका है तो एक बार पुन: पुरानी फाइलों की धूल हटाकर उपयोगी प्रस्तावों को शासन को प्रेषित कर सुरक्षा व्यवस्था को फूलप्रूफ बनाने की योजना है। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में रिमोट सेंसिंग प्रणाली के इस्तेमाल पर भी विचार किया जा रहा है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय कहते हैं कि सुरक्षा व्यवस्था का पहलू तो पुलिस प्रशासन का है। इस बारे में उनसे स्पष्ट कर दिया गया है। सुरक्षा के सम्बन्ध में जो भी उचित हो वह व्यवस्था लागू की जाए और किसी प्रकार की कोताही न हो।

बदला जा सकता है रामजन्मभूमि का दर्शन मार्ग
रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला की अनेक नई व्यवस्थाओं के बीच दर्शन मार्ग भी बदला जा सकता है। अभी रामजन्मभूमि जाने के लिए हनुमानगढ़ी से होकर बड़ा स्थान होते हुए दर्शन मार्ग निर्धारित है। इस मार्ग को अयोध्या-फैजाबाद के मुख्य मार्ग पर क्षीरेश्वरनाथ महादेव मंदिर के निकट से किया जा सकता है। इसके साथ ही निकास का द्वार हनुमानगढ़ी से होकर हो सकता है। सूत्रों के अनुसार पुलिस प्रशासन इस बारे में भी मंथन कर रहा है।  

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें