ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशअयोध्या केस : सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नहीं निकलेगा विजय जुलूस

अयोध्या केस : सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नहीं निकलेगा विजय जुलूस

अयोध्या प्रकरण पर सुप्रीम का फैसला आने से पूर्व बुधवार को पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने धर्म गुरुओं व मौलानाओं के साथ बैठक कर जिले का सौहार्द्र बनाए रखने पर गहन मंथन किया। एडीजी ने धर्मगुरुओं को बताया...

अयोध्या केस : सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नहीं निकलेगा विजय जुलूस
वरिष्ठ संवादददाता, प्रयागराज।Thu, 07 Nov 2019 09:56 AM
ऐप पर पढ़ें

अयोध्या प्रकरण पर सुप्रीम का फैसला आने से पूर्व बुधवार को पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने धर्म गुरुओं व मौलानाओं के साथ बैठक कर जिले का सौहार्द्र बनाए रखने पर गहन मंथन किया। एडीजी ने धर्मगुरुओं को बताया कि सभी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना है। फैसला किसी के पक्ष में भी आए, न तो कोई विजय जुलूस निकालेगा और न ही विरोध करेगा। शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए सभी धर्मगुरुओं को मंदिरों और मौलानाओं को मस्जिद में आने वालों को जागरूक करना होगा।

पहले धर्मगुरुओं से मिले अफसर
एडीजी जोन सुजीत पांडेय, कमिश्नर आशीष गोयल, डीआईजी केपी सिंह, डीएम भानु गोस्वामी व एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बुधवार को पुलिस लाइन में धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। बैठक में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री  हरिगिरि, जूना अखाड़ा के रविशंकर, महानिर्वाणी के महंत यमुनापुरी, आचार्य छोटे लाल समेत एक दर्जन से अधिक संत व महात्मा मौजूद थे। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने उनसे कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसला का सबको सम्मान करना चाहिए। फैसला किसी के पक्ष में आए कोई टिप्पणी नहीं चाहिए। आपसी भाई चारा बनाए रखने के लिए जरूरी है कि धर्मगुरु ऐसे नवयुवकों को काबू में रखे जिनकी जरा सी बात पर भावनाएं आहत हो जाती हैं। अगर कोई आदेश नहीं मानेगा तो पुलिस उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई करने से परहेज नहीं करेगी।

मस्जिदों में ध्यान रखेंगे मौलाना
शाम को पुलिस लाइन में मौलाना व अन्य लोगों के साथ एडीजी ने बैठक की। इस दौरान चौक जामा मस्जिद के सचिव पूर्व कर्नल सैयद अबरार, सिया जामा मस्जिद के मौलाना मेंहदी रजा, वसीउल्ला मस्जिद के मौलाना असद उल्ला कासिम, समाजसेवी नदीम अली और फरहान सिद्दीकी समेत दर्जनों संभ्रांत व्यक्ति मौजूद थे। पुलिस अफसरों ने कहा कि मस्जिद में एनाउंस करके लोगों को बताएं कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं होनी चाहिए। मस्जिद में अगर कोई नया चेहरा नजर आता है तो उसके बारे में जरूर पूछताछ करें। मोहल्ले में कोई भड़काऊ बयान देता है या सोशल साइट्स पर आपत्तिनक मैसेज भेजता है तो इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दें। इस दौरान समाजसेवी  व अन्य लोगों ने पुलिस से भी कहा कि उन्हें पुलिस मित्र का कार्ड दें ताकि भीड़ में वह पुलिस के साथ रहकर मदद कर सके।

भगवा के भेष में हर कोई संत नहीं- हरिगिरि
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि ने कहा कि आज की बैठक राष्ट्रहित व देशहित में की गई। हमारा राष्ट्र सुरक्षित है तो हम सुरक्षित हैं। अगर हमारी हंसी से किसी को ठेस पहुंचता है तो हमें नहीं हंसना चाहिए। हमें दूसरों की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए। हम बड़े हैं तो हमें ज्यादा सहनशक्ति दिखानी चाहिए। यह भी कहा कि आज सतर्क रहने की जरूरत है। भगवा पहन कर कोई भी आ सकता है। हर कोई संत नहीं हो सकता। इसलिए जरूरी है कि हर जगह सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाए। जो लोग मीडिया में आने  के लिए भड़काऊ बयान देते हैं, उन्हें भी इस मुद्दे पर सोच समझ कर बोलना चाहिए।

धर्मगुरु और मौलाना के साथ पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साथ बैठक हुई है। सभी को बता दिया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी करना करेगा। अगर किसी ने अफवाह फैलाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्ती की जाएगी। - सुजीत पांडेय, एडीजी जोन

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें