अतीक-अशरफ हत्याकांड के तीन हमलावर तो गिरफ्तार, यूपी पुलिस को अभी 2 संदिग्धों की तलाश
सनी, लवलेश और अरुण ने 15 अप्रैल की रात अतीक और अशरफ की उस वक्त हत्या कर दी थी जब उन्हें मेडिकल जांच के बाद अस्पताल से वापस लाया जा रहा था। इस वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में तीन हमलावरों की गिरफ्तारी हो चुकी है। न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस को इस हत्याकांड को लेकर 2 अन्य लोगों की तलाश है। सूत्रों ने बताया कि अतीक की हत्या करने वाले हमलावरों की मदद करने को लेकर पुलिस 2 संदिग्धों की तलाश कर रही है। इस मामले में अब तक 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जारी है। दो संदिग्धों को पकड़ने को लेकर पुलिस पांच जगहों पर छापेमारी कर रही है। पुलिस ने दावा किया कि इन 2 लोगों ने तीनों आरोपियों की मदद की है। इसमें हथियारों की व्यवस्था करना और प्रयागराज में उनके रुकने का इंतजाम करना शामिल हो सकता है।
इस बीच, अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को सोमवार को प्रयागराज की केंद्रीय जेल से प्रतापगढ़ जिला कारागार भेज दिया गया। पुलिस के सीनियर अधिकारी ने बताया कि हमीरपुर के सनी (23), बांदा के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य (18) को प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने कहा कि तीनों को दोपहर 12 बजे प्रयागराज से ले जाया गया और दोपहर 2.10 बजे प्रतापगढ़ में प्रवेश किया। सनी, लवलेश और अरुण ने 15 अप्रैल की रात अतीक और अशरफ की उस वक्त हत्या कर दी थी जब उन्हें मेडिकल जांच के बाद अस्पताल से वापस लाया जा रहा था। मालूम हो कि अतीक का बेटा अली प्रयागराज जेल में बंद है।
अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए SIT का गठन
अतीक-अशरफ हत्याकांड मामले की जांच के लिए यूपी पुलिस ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है। शर्मा की तरफ से जारी बयान में कहा गया, '15 अप्रैल को अतीक और अशरफ की हत्या के मामले में शाहगंज में अभियोग पंजीकृत किया गया है, जिसकी जांच शाहगंज थाने के प्रभारी कर रहे हैं। प्रयागराज के अपर पुलिस उपायुक्त (अपराध) सतीश चंद्र मुख्य विवेचक होंगे। इसके दो अन्य सदस्यों में सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली सतेंद्र प्रसाद तिवारी व अपराध शाखा के विवेचना प्रकोष्ठ के निरीक्षक ओम प्रकाश शामिल हैं।'
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर घटना की उच्च स्तरीय जांच के लिए रविवार को न्यायिक आयोग का गठन किया गया था। एचसी के रिटायर्ड जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी (द्वितीय) की अगुवाई वाला यह आयोग 2 महीने के अंदर पूरे प्रकरण की जांच कर शासन को रिपोर्ट सौंपेगा। राज्य के सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक सुरेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी इस आयोग के दो अन्य सदस्य हैं। मालूम हो कि इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल हत्याकांड मामले में 13 अभियुक्तों में से अतीक, उसके भाई अशरफ और बेटे असद समेत अब तक 6 आरोपी पुलिस के साथ मुठभेड़ या अन्य गोलीकांड में मारे जा चुके हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)