अतीक की अपराध कहानी, जिस उम्र में खुद की थी शुरुआत उसी उम्र के शूटरों ने किया अंत
अतीक ने जिस उम्र में जरायम की दुनिया में कदम रखा था, उसी उम्र के लड़कों ने माफिया को ढेर कर दिया। अतीक को हमलावरों ने उसी तरह से खत्म किया जिस अंदाज में अतीक गैंग ने बड़ी वारदातों को अंजाम दिया।
Atiq Ahmad- Ashraf Murder: अतीक अहमद ने जिस उम्र में जरायम की दुनिया में कदम रखा था, उसी उम्र के लड़कों ने माफिया को ढेर कर दिया। विदेशी असलहों के शौकीन अतीक को हमलावरों ने उसी तरह से खत्म किया जिस अंदाज में अतीक गैंग ने बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। एके 47 और 9 एमएम पिस्टल से लैस पुलिसकर्मियों से घिरे अतीक-अशरफ को तीनों हमलावरों ने बेखौफ होकर गोलियों से उड़ा दिया। कम उम्र के इन लड़कों ने कुछ ही पलों में माफिया को खत्म कर दिया। अतीक अहमद बचपन से मनबढ़ था।
तांगे वाले का बेटा गलियों में मारपीट करते-करते कब बिगड़ैल हो गया, उसके मां-बाप को पता नहीं चला। पहली बार 1979 में अतीक ने 17 साल की उम्र में क्रिकेट के मैदान पर हत्या कर जरायम की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। अतीक ने एक से बढ़कर एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया। आपराधिक ताकत और सियासी शह के बलबूते पर अतीक ने पहले रेलवे की ठेकेदारी में सेंधमारी की और इसके बाद कोयले की ठेकेदारी पर कब्जा किया। अपनी ताकत के बल पर धीरे-धीरे उसने प्रॉपर्टी कब्जा करनी शुरू की और अंतत बड़ा भू-माफिया बन गया। प्रयागराज समेत यूपी के कई जिलों में उसने अरबों की प्रॉपर्टी कब्जा की।
असलहों का शौक इतना बढ़ गया कि न केवल अपने नाम से बल्कि अपनी पत्नी शाइस्ता के नाम तीन असलहे खरीदे। सबसे महंगी 35 लाख की राइफल खरीदी थी। जिस उम्र में लोग अपने बच्चों को खिलौना देते थे, उस उम्र में अतीक के बेटे पिस्टल से फायरिंग करते थे। अपने वर्चस्व को बनाए रखने के लिए विधायक राजू पाल की दिनदहाड़े हत्या करा दी लेकिन पुलिस उसके खिलाफ कुछ नहीं कर सकी थी। इसके बाद भी अतीक अपने विपक्षियों को खत्म करने के लिए मौत का खेल खेलता रहा, लेकिन यह कहानी 15 अप्रैल 2023 को खत्म हो गई। माफिया भाइयों के पास कम उम्र के लड़के पहुंचे और कैमरे के सामने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनका खात्मा कर दिया।