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खुलने लगे अतीक के दफ्तर के राज, यहां माफिया ने बना रखा था टार्चर रूम; उमेश पाल की भी हुई थी पिटाई

अतीक के सताये हुए लोगों की मानें तो यह कार्यालय नहीं, बल्कि अतीक अहमद का गुंडा टैक्स वसूली का अड्डा था। यहां से वह अपने काले कारनामों को अंजाम देता था। बात न मानने वालों को उसके गुर्गें उठा लाते थे।

खुलने लगे अतीक के दफ्तर के राज, यहां माफिया ने बना रखा था टार्चर रूम; उमेश पाल की भी हुई थी पिटाई
Ajay Singhवरिष्ठ संवाददाता,प्रयागराजThu, 23 Mar 2023 08:39 AM
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अतीक अहमद के चकिया स्थित कार्यालय के रहस्यों से अब पर्दा हट रहा है। इसी कार्यालय से दो बार असलहे बरामद कर चुकी पुलिस की कहानी से इतर स्थानीय लोगों ने इसे टॉर्चर रूम करार दिया। अतीक के सताये हुए लोगों की मानें तो यह कार्यालय नहीं, बल्कि अतीक अहमद का गुंडा टैक्स वसूली का अड्डा था। यहीं बैठकर वह अपने काले कारनामों को अंजाम देता था। उसकी बात न मानने वालों को उसके गुर्गें उठा लाते थे और कमरे में बंदकर पीटते थे। उसकी जुल्म की कहानी किसी से छिपी नहीं है।

उमेश पाल को अगवा करने के बाद इसी कार्यालय में मारा पीटा गया था। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक विधायक राजू पाल की 2005 में धूमनगंज में हत्या कर दी गई। इस वारदात के बाद राजू पाल के दोस्त और उसकी पत्नी पूजा पाल के रिश्तेदार उमेश पाल ने अतीक के खिलाफ मोर्चा लिया था। उसे अतीक के खिलाफ गवाही देनी थी लेकिन गवाही से पूर्व ही अतीक अहमद ने उमेश पाल को अगवा करा लिया। उसे चकिया स्थित कार्यालय पर लाया गया। इसी कार्यालय में बने टार्चर रूम में उमेश पाल को मुर्गा बनाकर पीटा गया और हत्या की धमकी दी गई। मौत का खौफ दिखाकर उसे गवाही बदलने को धमकाया गया।

तब उमेश के पास अपनी जिंदगी बचाने के लिए इसके अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं था। उसने खौफ में अतीक और अशरफ के खिलाफ गवाही नहीं दी लेकिन 2007 में बसपा शासन में कहानी बदल गई और उमेश पाल ने अतीक के खिलाफ अपहरण करने की एफआईआर दर्ज करा दी। इसी मुकदमे में फैसला आने वाला है। उमेश की हत्या के बाद से कहा जा रहा है कि सजा होने से पहले ही अतीक ने उमेश पाल की हत्या करा दी।

दफ्तर की फिर खंगाली जाएगी फाइल
माफिया अतीक अहमद के चकिया स्थित कार्यालय की फिर जांच होगी। सालों से बंद कार्यालय में लाखों के नोट और हथियार मिलने के बाद पीडीए की नजर टेढ़ी हुई है। हालांकि पीडीए ने ही अतीक के कार्यालय का नक्शा पास किया है। फिर भी मंगलवार की घटना के बाद पीडीए नक्शे के साथ कार्यालय के निर्माण का मिलान करेगा। नक्शे के विपरीत कार्यालय में कोई भी निर्माण मिलने पर पीडीए तोड़ेगा।

करीबियों के अवैध मकान, प्लॉट चिह्नित
पीडीए अतीक के करीबियों के अवैध निर्माण और प्लॉट पर गुरुवार से ध्वस्तीकरण शुरू करने जा रहा है। पीडीए 23 व 24 मार्च को बक्शी मोढ़ा, दामूपुर, सैदपुर, बीरमपुर, लखनपुर, रावतपुर आदि इलाकों में अवैध निर्माण और प्लॉटिंग पर बनी दीवारों का ध्वस्तीकरण करेगा।

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