यौन उत्पीड़न का आरोपित असिस्टेंट प्रोफेसर निलंबित
यौन उत्पीड़न के आरोपित सीएमपी डिग्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर मदन यादव को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही अनुसूचित जनजाति (एसटी) का गलत प्रमाण पत्र लगाने के आरोपित विधि विभाग के असिस्टेंट...
यौन उत्पीड़न के आरोपित सीएमपी डिग्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर मदन यादव को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही अनुसूचित जनजाति (एसटी) का गलत प्रमाण पत्र लगाने के आरोपित विधि विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर सत्यवान नायक के काम करने पर रोक लगा दी गई है।
कॉलेज की गवर्निंग बाडी ने पिछले दिनों यह फैसला लिया। मदन यादव के निलंबन की सूचना उनके पते पर भेजते हुए इसकी जानकारी इविवि प्रशासन को भी दी गई है। गाजीपुर की एक महिला ने नवंबर 2019 में मदन के खिलाफ कर्नलगंज थाने में यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में पीड़िता ने आरोप लगाया था कि मदन समझौता करने के लिए दबाव बनाते हुए उसे धमकी दे रहे हैं। इस मामले में उसने जनवरी में मदन समेत पांच अन्य लोगों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज कराई थी। कर्नलगंज पुलिस ने 6 जनवरी को मदन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
वहीं दूसरी ओर विधि विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त सत्यवान नायक पर एसटी का हाथ से बना हुआ कथित जाली प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हासिल करने के आरोप लगे थे। कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की थी। जिसने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि नौकरी पाने की तिथि तक सत्यवान के पास एसटी का वैध जाति प्रमाण पत्र नहीं था। गवर्निंग बाडी ने उनके काम करने पर रोक लगाते हुए इस मामले की जानकारी इविवि को भेजी है। खबर यह है कि सत्यवान की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है।
सीएमपी के प्राचार्य डॉ. ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि सत्यवान को अक्तूबर में नोटिस जारी करते हुए नवंबर तक कम्प्यूटर से बना एसटी का अधिकृत जाति प्रमाण पत्र देने को कहा गया था, वह निर्धारित अवधि तक प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं करा सके इसलिए उनके काम करने पर रोक लगाई गई है। वहीं मदन यादव चार नवंबर से ही कॉलेज से अनुपस्थित चल रहे हैं।