आरिफ और सारस की दोस्ती, रोज हो रहा कुछ न कुछ नया; समसपुर पक्षी विहार में अब ये है तैयारी
बीते एक महीने से सुर्खियों में बरकरार आरिफ और सारस की दोस्ती को लेकर रोज कुछ न कुछ नया हो रहा है। सारस से जुदा किए जाने के बाद आरिफ उससे मिलने के लिए तड़प रहे हैं तो वहीं सारस भी बेचैन है।

बीते एक महीने से सुर्खियों में बरकरार आरिफ और सारस की दोस्ती को लेकर रोज कुछ न कुछ नया हो रहा है। मंगलवार को सारस से जुदा किए जाने के बाद आरिफ उससे मिलने के लिए तड़प रहे हैं तो वहीं सारस भी समसपुर पक्षी विहार में बेचैन है। बताया जा रहा है कि अब उसे वहां से भी कहीं दूर शिफ्ट करने की तैयारी है।
बुधवार की रात जहां सारस के समसपुर पक्षी विहार से गायब हो जाने की खबर सोशल मीडिया में तैरती रहे तो वहीं दूसरे दिन वन विभाग के अधिकारियों ने सलोन के बिसैया गांव से सारस को पकड़ कर वापस ले आने का दावा किया। इसके बाद गुरुवार की शाम सोशल मीडिया पर सारस के उड़कर आरिफ के पास पहुंच जाने की खबर भी वायरल होने लगी। आरिफ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से इस बात का खंडन किया।
शुक्रवार को जब हिंदुस्तान ने आरिफ से वायरल खबर को लेकर बातचीत की तो उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह गलत है। सारस समसपुर पक्षी विहार में ही कैद है। उन्होंने बताया कि जब वह सारस को वहां छोड़ने गए थे तो वहां के दरोगा ने कहा कि तुम 20-25 दिन तक यहां दिखाई ना देना। मो. आरिफ ने कहा कि सारस से दूर रहकर उनका भी मन नहीं लग रहा है। उन्होंने सरकार से अपील की यदि कोई नियम बनता हो तो उन्हें वापस कर दिया जाए उसे हम कैद नहीं किए थे।
वहीं दूसरी ओर समसपुर पक्षी विहार के कंजरवेटर मनोज सोनकर ने बताया कि सारस पक्षी विहार में ही है। उसे वन विभाग कर्मियों की निगरानी में रखा गया है। यह टीम उसके व्यवहार को लेकर एक रिपोर्ट तैयार करेगी जिसे उच्च अधिकारियों को सौंपा जाएगा। चिकित्सकों की एक टीम ने उसका इलाज किया है। उन्होंने यह भी बताया कि उच्च स्तर से सारस को कहीं और शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है।
सारस का दूर से वापस आना कठिन
रिटायर्ड डीएफओ एमएन सिंह कहते हैं कि सारस के बारे में सामान्य धारणा है कि वह बिना जोड़े के नहीं रह सकता। यह बहुत आश्चर्यचकित करने वाला मामला है कि वह इतने दिनों तक बिना जोड़े के एक आदमी के साथ रहा। मो. आरिफ ने उसका इलाज किया इससे दोनों के बीच स्नेह होना वाजिब है। लेकिन सिर्फ इस आधार पर एक वन्यजीव को उसके वास स्थान से दूर नहीं किया जा सकता है। सारस राजकीय पक्षी है। उसे सही स्थान पर ले जाया गया है।