अंबेडकरनगर : फिर ताजा हुई सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ की याद
प्रसिद्ध किछौछा दरगाह में गुरुवार शाम को प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के स्वर्गवास की याद ताजा हो गई। उर्स के सबसे खास दिन सज्जादानशीन व ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष सै....
प्रसिद्ध किछौछा दरगाह में गुरुवार शाम को प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ के स्वर्गवास की याद ताजा हो गई। उर्स के सबसे खास दिन सज्जादानशीन व ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष सै. फखरुद्दीन अशरफ किछौछवी ने जायरीनों की मौजूदगी में अरबी व फारसी के उस फकीरी कव्वाली को सुना, जिसे 631 वर्ष पूर्व सुनकर सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ ने इस दुनिया को अलविदा (समाधि ली थी) कहा था।
इस मौके पर सज्जादानशीन व धर्मगुरु सै. फखरुद्दीन अशरफ किछौछवी सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ का करीब एक हजार वर्ष से अधिक पुराना खिरका मुबारक पहन कर और हाथ में छड़ी मुबारक लेकर आए हुए थे। उन्होंने खिरकापोशी की रस्म को अंजाम दिया व रस्मे गागर भी अदा किया। इस ऐतिहासिक यादगार पल के गवाह बने देश भर के करीब 5 लाख अकीदतमंद। अकीदतमंदों/जायरीनों में से कोई ऐसा बचा न था जिन्होंने खिरका मुबारक को देखकर दुआ मांगते समय में अपनी आंखों से आंसू न बहाए हों।