अखिलेश यादव का पलटवारः एक तरफ एयरपोर्ट बेच दिया, दूसरी तरफ बना रहे, बीजेपी पर कौन करेगा भरोसा
नोएडा के जेवर में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी के साथ ही सीएम योगी के निशाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव रहे। अखिलेश यादव ने...

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नोएडा के जेवर में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सबसे बड़े एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी के साथ ही सीएम योगी के निशाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव रहे। अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर पलटवार किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि एक तरफ देश के हवाई अड्डे बेच रहे हैं, दूसरी तरफ शिलान्यास कर रहे हैं। इनकी बातों पर कौन भरोसा करेगा। लखनऊ में भी सरकार का हवाई अड्डा बिक गया। नोएडा में भी नया एयरपोर्ट इसलिए बना रहे हैं कि बनते ही इसे भी बेच देंगे।
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी का नारा था, हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज पर बैठेगा। हवाई जहाज भी बेच दिये और जहाज जहां खड़े होते थे वह एयरपोर्ट भी बेच दिया। जितने एयरपोर्ट बने सभी घाटे में हैं। दिल्ली का एयरपोर्ट कई हजार करोड़ रुपये के घाटे में है। सरकारी एयरलाइंस भी घाटे में है। एयर इंडिया 60 हजार करोड़ के घाटे में हैं। जो प्राइवेट चल रही हैं, वह भी घाटे में हैं। अखिलेश ने पूछा कि जब हवाई अड्डे और हवाई जहाज दोनों घाटे में हैं तो बीजेपी का गणित क्या है कि इनके लोग मुनाफा कमा रहे हैं। इनके मुनाफे का क्या गणित है, यह लोग समझाएं। नोएडा में शिलान्यास केवल इसलिए हो रहा है कि इन्हें एयरपोर्ट बेचना है।
आज जिसका ‘शिलान्यास’ होगा
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 25, 2021
कल उसको बेचने का प्रयास होगा
सोच भेदभाव ~ काम बंटाधार!
यही नारा आज का
नहीं चाहिए भाजपा pic.twitter.com/JmsgleB5MN
अखिलेश ने कहा कि जिस देश में सरकारी संस्थाएं बिकने लगे तो गरीबों का क्या होगा। अगर सरकारी चीजें बिक जाएंगी तो बाबा साहेब ने जो संविधान दिया उसका क्या होगा। अगर सरकारी संस्थाएं बिक जाएंगी तो गरीबों को नौकरी कौन देगा। सरकारी संस्थाएं बिक जाएंगी तो आरक्षण कौन देगा। फिर कैसे नौकरी मिलेगी।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोगों ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। क्या किसी को धान की कीमत मिली। धान खड़ा-खड़ा बर्बाद हो गया। जो लोग खाद खरीदने गए, उन्हें डंडा मारा गया। जब बीज महंगा हो गया, दवाइयां महंगी हो गई, डीजल-पेट्रोल महंगा हो गया। ऐसे हमारा किसान कैसे खुशहाल होगा। भाजपा के लोग बड़े-बड़े उद्योगपतियों की मदद करना चाहते हैं, उन्हीं के कारण बेरोजगारी और महंगाई है।