अखिलेश ने सीएम के सैफई दौरे पर उठाया सवाल, बोले-जहां बीमार वहीं उपचार का दावा खोखला
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार कुंठित मानसिकता के साथ कोरोना और ब्लैक फंगस महामारी से लड़ाई लड़ रही है। उसकी विफलताओं के चलते शहर हो या गांव हर जगह लोग...
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार कुंठित मानसिकता के साथ कोरोना और ब्लैक फंगस महामारी से लड़ाई लड़ रही है। उसकी विफलताओं के चलते शहर हो या गांव हर जगह लोग शारीरिक, मानसिक और आर्थिक यंत्रणाओं से तप रहे हैं। जनता को भ्रमित करने के लिए ‘जहां बीमार, वही उपचार’ के खोखले नारे औचित्यहीन हैं, क्योंकि कहीं भी उपचार की सुचारू व्यवस्था नही है। आधी अधूरी तैयारी और बेमन से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।
अखिलेश ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि सैफई की घोर उपेक्षा करने के बाद अब उन्हें इसकी सुध आई है। वहां जाने में देरी उनकी मजबूरी का संकेत है। उनकी सरकार ने सैफई में स्वास्थ्य सेवाओं का बजट काट दिया और विस्तार के काम रोक दिए। उन्होंने धेले भर काम नहीं किया, फिर मुख्यमंत्री वहां किसलिए दौरा करने गए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का टीकाकरण में यूपी के प्रथम आने का दावा सत्य से परे है। सच्चाई यह है कि अभी तक दूसरे डोज में 33 लाख को ही वैक्सीन दी जा सकी है। यह तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का आंकड़ा है कि यूपी, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों से भी टीकाकरण में पीछे है। प्रदेश में कुल 6,260 स्थानों पर ही टीकाकरण हो रहा है। सरकार अपनी विफलता छुपा रही है। इस रफ्तार से वह दीवाली तक वैक्सीन का लक्ष्य कैसे पूरा कर पाएगी?
समाजवादी पार्टी का स्पष्ट मत है कि कोरोना और ब्लैक फंगस जैसी बीमारियों को इलाज प्राथमिकता के आधार पर हो, यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। संक्रमण से बचाव में टीकाकरण की उपयोगिता को देखते हुए दिवाली तक सभी प्रदेशवासियों को मुफ्त वैक्सीन लगनी चाहिए। भाजपा सरकार यदि इसमें विफल साबित होती है और अपने दायित्व का निर्वहन नहीं कर पाती है तो सन् 2022 में समाजवादी सरकार बनने पर सभी को फ्री वैक्सीन लगाई जाएगी। भाजपा ने यूपी की जो बर्बादी की है उसे विकास की पटरी पर आने में वर्षो लगेंगे।