Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Akhara Parishad says it is necessary to bring yogi sarkar again in Uttar Pradesh to save Sanatan Dharma

सनातन धर्म को बचाने के लिए योगी सरकार को दोबारा लाना जरूरी : अखाड़ा परिषद

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने सोमवार को कहा कि अखाड़ा परिषद के समक्ष सबसे बड़ी चिंता सनातन धर्म को लेकर है और उनका सबसे बड़ा मिशन उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को...

Shivendra Singh भाषा, प्रयागराजMon, 25 Oct 2021 11:27 AM
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने सोमवार को कहा कि अखाड़ा परिषद के समक्ष सबसे बड़ी चिंता सनातन धर्म को लेकर है और उनका सबसे बड़ा मिशन उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को दोबारा लाना है। इसके लिए साधु संत अपने भक्तों के बीच योगी सरकार को दोबारा लाने का आह्वान करेंगे।

दारांगज के मोरी गेट स्थित निरंजनी अखाड़ा के मुख्यालय में आयोजित अखाड़ा परिषद की बैठक में अध्यक्ष चुने जाने के बाद निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत रवींद्र पुरी ने संवाददाताओं से कहा कि यदि सनातन धर्म को बचाना है तो योगी (सरकार) को दोबारा लाना है। महंत रवींद्र पुरी ने उत्तर प्रदेश में दूसरी पार्टी के सत्ता में आने पर राम मंदिर का निर्माण रुकने की आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि यदि हम भाजपा को सत्ता में लेकर नहीं आएंगे तो राम मंदिर का काम समाप्त हो जाएगा। राम मंदिर का निर्माण तभी होगा, जब भाजपा आएगी।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा किजबसे मोदी जी आए हैं, राम मंदिर का मुद्दा सुलझा है और राम मंदिर बन रहा है। कांग्रेस मुक्त भारत के मोदी के सपने को पूरा करने में संत समाज उनके साथ है। उन्होंने बताया कि अखाड़ा परिषद की बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के मंत्री श्रीमहंत महेश पुरी ने प्रस्ताव रखा कि श्री बदरीनाथ धाम का नाम बदलने का षड़यंत्र देवबंद द्वारा किया जा रहा है जिसकी अखाड़ा परिषद घोर निंदा और विरोध करती है और उनकी दावेदारी खारिज करती है।

बैठक में बड़ा उदासीन अखाड़ा के महंत शुखदेव मुनी ने अखाड़ा परिषद से मांग की कि विभिन्न अखाड़ों के साधु संतों के लापता होने और कई साधु संतों की हत्या की सीबीआई से जांच कराने की सरकार से मांग की जाये।

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