पूर्व आईएएस और पीएम मोदी के करीबी एके शर्मा को बड़ी जिम्मेदारी, भाजपा ने यूपी में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया
प्रधानमंत्री के करीबी पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा को भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। एके शर्मा को यूपी में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। आईएएस से इस्तीफा देकर राजनीति में आने के बाद फरवरी में...
प्रधानमंत्री के करीबी पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा को भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। एके शर्मा को यूपी में प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। आईएएस से इस्तीफा देकर राजनीति में आने के बाद फरवरी में उन्हें एमएलसी बनाया गया था। पिछले कुछ समय से उनके योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने और उप मुख्यमंत्री बनने की चर्चा थी। एके शर्मा के साथ ही दो मंत्री भी बनाए गए हैं।
एमएलसी बनने के बाद से एके शर्मा लगातार यूपी में एक्टिव थे। विभिन्न जिलों में कोविड नियंत्रण अभियान में जुटे हुए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना को नियंत्रित करने में उनका खास योगदान माना गया। प्रधानमंत्री ने बनारस मॉडल की चर्चा भी की थी।
Uttar Pradesh BJP appoints MLC AK Sharma as vice president of the party's state unit
— ANI UP (@ANINewsUP) June 19, 2021
गुजरात कैडर के आईएएस रहे अरविंद शर्मा कुछ महीने पूर्व तक केंद्र सरकार में बड़े विभाग में सचिव के पद पर कार्यरत थे। नौकरी छोड़ उन्होंने राजनीति में कदम रखा और भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें यूपी से एमएलसी बना दिया। एमएलसी के लिए नामांकन करने जब वह लखनऊ आए तो उनका भव्य स्वागत किया गया था। नामांकन के साथ ही अरविंद शर्मा का नाम लगातार सुर्खियों में चलता रहा।
जैसे ही वह एमएलसी चुने गए यह चर्चा आम होने लगी कि प्रदेश मंत्रिमंडल में जल्द ही बड़ा फेरबदल होगा और अरविंद शर्मा को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। उन्हें कभी उप मुख्यमंत्री को कभी प्रदेश सरकार में किसी बड़े विभाग में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं लगातार चलती रहीं।
इस बीच कोरोना की दूसरी लहर की भयावहता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरविंद शर्मा को पूर्वांचल में कोरोना से बचाव व राहत कार्यों की जिम्मेदारी दे दी। जिसके बाद उन्होंने अपने बेहतर प्रबंधन का परिचय देते हुए कोरोना पीड़ितों को हर स्तर पर मदद पहुंचाने काम किया। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष के लखनऊ प्रवास कार्यक्रम के बाद एक बार फिर से प्रदेश मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चाएं तेज हुईं तो फिर से अरविंद शर्मा का नाम सुर्खियों में चलने लगा था।