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लखनऊ गैंगवार : दो शूटर भी समर्पण करने की फिराक में, कई जगह दबिश

अजीत सिंह की हत्या में फरार चल रहे पांच शूटरों में दो लोग जल्दी ही कोर्ट में समर्पण कर सकते हैं। इन लोगों ने भी अपने वकीलों से सम्पर्क किया है। पुलिस को पता चला कि गिरधारी उर्फ डॉक्टर की 28 जनवरी को...

लखनऊ गैंगवार : दो शूटर भी समर्पण करने की फिराक में, कई जगह दबिश
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊSun, 24 Jan 2021 11:47 AM
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अजीत सिंह की हत्या में फरार चल रहे पांच शूटरों में दो लोग जल्दी ही कोर्ट में समर्पण कर सकते हैं। इन लोगों ने भी अपने वकीलों से सम्पर्क किया है। पुलिस को पता चला कि गिरधारी उर्फ डॉक्टर की 28 जनवरी को लखनऊ कोर्ट में पेशी से पहले ये दो शूटर कोर्ट में हाजिर हो सकते हैं। इस मामले में फरार शूटरों पर 25-25 हजार रुपये इनाम घोषित है। उधर साजिश रचने के आरोपी अखण्ड सिंह से पूछताछ करने के लिये एक टीम बरेली चली गई है जो रविवार को जेल में पूछताछ करेगी।

21 जनवरी को अजीत सिंह की हत्या का पूरी तरह से खुलासा करने का दावा पुलिस अफसरों ने किया था। इस मामले में अब तक दो शूटर संदीप सिंह उर्फ बाबा, गिरधारी की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा दो मददगार प्रिंस व रेहान को पकड़ा जा चुका है। जबकि चार शूटर रवि यादव, राजेश तोमर, मुस्तफा और शिवेन्द्र सिंह उर्फ अंकुर फरार है। इनके अलावा मददगार बन्धन की तलाश की जा रही है। 

तीन हिरासत में
पुलिस ने शनिवार को आजमगढ़, मऊ और मुम्बई में फिर तीन जगह दबिश दी। इनके तीन करीबियों को हिरासत में लिया गया है। इन लोगों ने कई मोबाइल नम्बर दिये हैं जिसके आधार पर सुराग लगाया जा रहा है। पुलिस के इसी दबाव में यूपी में छिपे हुए दो शूटरों के जल्दी की समर्पण करने का दावा किया जा रहा है। 

कुंटू से कुछ नहीं मिला
कुंटू से आजमगढ़ जेल में पूछताछ करने गई पुलिस को कोई खास नई जानकारी नहीं मिल सकी है। उसने पुलिस के सामने यही बयान फिर दोहराया कि उसने और अखण्ड ने ही विधायक सीपू सिंह की हत्या में अजीत के गवाह बनने से नाराज होकर हत्या करायी है। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि इस हत्याकाण्ड की कई कड़ियां और पता की जानी है। इसी कड़ी में पुलिस की एक टीम बरेली जेल में बंद अखण्ड से पूछताछ करने के लिये भेजी गई है। अभी तक कुंटू और अखण्ड आजमगढ़ जेल में बंद थे। पर, अजीत की हत्या के बाद उनकी जेल बदलने का आदेश किया गया था। इसके तहत ही अखण्ड को बरेली जेल भेज दिया गया था। 
 

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