ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशयूपी के इस जिले में मिली बंग्लादेशियों की बस्ती, 40 पकड़े गए, 12 बच्चे भी शामिल

यूपी के इस जिले में मिली बंग्लादेशियों की बस्ती, 40 पकड़े गए, 12 बच्चे भी शामिल

आगरा में आवास विकास कालोनी सेक्टर 14 (सिकंदरा) में बंग्लादेशियों ने बस्ती बसा ली थी। इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के इनपुट पर सिकंदरा पुलिस ने बस्ती में छापा मारा। 15 महिलाएं और 13 पुरुष गिरफ्तार किए गए।

यूपी के इस जिले में मिली बंग्लादेशियों की बस्ती, 40 पकड़े गए, 12 बच्चे भी शामिल
Yogesh Yadavहिन्दुस्तान,आगराSun, 05 Feb 2023 08:04 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

आगरा में आवास विकास कालोनी सेक्टर 14 (सिकंदरा) में बंग्लादेशियों ने बस्ती बसा ली थी। इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के इनपुट पर सिकंदरा पुलिस ने बस्ती में छापा मारा। मौके से 15 महिलाएं और 13 पुरुष गिरफ्तार किए गए। इनके साथ रह रहे 12 बच्चों को भी थाने लाया गया। चार की उम्र 12 साल से अधिक है। शेष आठ एक साल से सात साल के बीच हैं।

फर्जी तरीके से बंग्लादेशियों ने अपने आधार कार्ड बनवा लिए थे। भारतीय बनकर रह रहे थे। कबाड़ और कूड़ा बीनने का काम करते थे। जी-20 देशों के प्रतिनिधिमंडल को आगरा आना है। तैयारियां चल रही हैं। सुरक्षा के लिए खुफिया एजेंसियों को अलर्ट किया गया है। पिछले चार माह से आईबी बंग्लादेशी घुसपैठियों पर काम कर रही थी। 

80 से अधिक झुग्गी-झोंपड़ियां बनी हैं

साक्ष्य संकलन के बाद आवास विकास कालोनी में सेक्टर 14 में एक जगह को चिन्हित किया गया। मौके पर 80 से अधिक झुग्गी-झोंपड़ियां बनी हैं। खुफिया एजेंसी की टीम ने रेकी की तो पता चला कि झोंपड़ियों में बिजली के मीटर लगे हैं। घरों में डिश टीवी के कनेक्शन हैं। फ्रिज, वाशिंग मशीन जैसी सुविधाएं भी इन झोपड़ियों में मौजूद हैं। 

आस-पास के लोगों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि ये लोग तो सालों से रह रहे हैं। आते-जाते हैं। बच्चों से लेकर बड़े तक कूड़ा और कबाड़ बीनने का काम करते हैं। कुछ हॉस्पिटल में मेडिकल वेस्ट निस्तारण की नौकरी करते हैं। शनिवार देर रात सिकंदरा पुलिस के साथ मौके पर छापा मारा गया। पुलिस के पहुंचते ही खलबली मच गई। मौके से 35 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड आदि दस्तावेज बरामद किए गए।

इनकी हुई गिरफ्तारी

हालिम (बरौरहाट, बंग्लादेश), फारुख, जूएल शेख, गोबिंदो, हसन, मनीरुल शेख, शिराज शेख, कुरबान शेख, बिश्ती पत्नी बिलाल, सुनाली पत्नी शिराज, जोशीना खातून पत्नी मनीरूल शेख, ब्यूटी पत्नी फारूक (जिला खुलना), रविउल शेख, सूमी पत्नी रविउल शेख (जिला नदिया), साबिर, रुस्तम शेख, जूली पत्नी साविरक, राशिदा पत्नी बाबू शेख, रोशनआरा पत्नी अफजल, रहीमा पत्नी रहीश व शलमा पत्नी बक्कल (जिला उभयनगर), मोहम्मद बबलू, बिलाल, परवेज शेख, फातिमा शेख पत्नी बबलू खान, मोबिना पत्नी असलम, प्रिया पत्नी परवेज शेख (जिला जसौर) के निवासी हैं।

सबसे पुराना है हालिम

पकड़ा गया हालिम सबसे पुराना है। खुद बस्ती में नहीं रहता। कैलाश मोड़ के पास किराए पर मकान ले रखा है। वह 12 साल से रह रहा है। हाईवे स्थित एक नर्सिंग होम में 18 हजार रुपये महीने की नौकरी करता है। मेडिकल बायो वेस्ट निस्तारण की जिम्मेदारी उसके पास है। हाल ही में उसने अपनी पत्नी और बेटी को आगरा बुलवाया था। दोनों पासपोर्ट और वीजा पर आए थे। इसलिए पुलिस ने उन्हें नहीं पकड़ा।

चार के पास मिला पासपोर्ट-वीजा

पुलिस ने बताया कि हालिम की पत्नी और बच्चे के अलावा दो और लोगों के पास पासपोर्ट और वीजा मिला। वे वैध तरीके से भारत में आए थे। इसलिए उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। सूत्रों की मानें तो हालिम की पत्नी के आगरा आगमन के बाद ही खुफिया एजेंसियों ने हालिम को शक के घेरे में लिया था।

डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि 28 बांग्लादेशियों को पकड़ा गया है। उनके खिलाफ धोखाधड़ी और विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी को जेल भेजा गया है। पुलिस उस एजेंट को पकड़ रही है जो आधार कार्ड बनवाने में इनकी मदद करता था।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें