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धूम और किक फिल्म देखकर की थी मथुरा के ओमेक्स सिटी में लूट, 48 घंटे में खुलासा

मथुरा में दिन दहाड़े ओमेक्स सिटी स्थित फ्लैट से वृद्ध महिला को बंधक बनाकर की गयी लूट की घटना का थाना वृंदावन, स्वॉट, सर्विलांस व एसओजी टीम द्वारा 48 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया गया। पुलिस ने लूट...

धूम और किक फिल्म देखकर की थी मथुरा के ओमेक्स सिटी में लूट, 48 घंटे में खुलासा
मथुरा हिन्दुस्तान टीमTue, 05 Jan 2021 11:28 PM
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मथुरा में दिन दहाड़े ओमेक्स सिटी स्थित फ्लैट से वृद्ध महिला को बंधक बनाकर की गयी लूट की घटना का थाना वृंदावन, स्वॉट, सर्विलांस व एसओजी टीम द्वारा 48 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया गया। पुलिस ने लूट करने के आरोपी दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लूट में प्रयुक्त बाइक के अलावा शत प्रतिशत लूटा सामान बरामद कर लिया है।

एसएसपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। एसपी सिटी उदय शंकर सिंह ने बताया कि दोनों ही युवकों ने पहली बार लूट की घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने फिल्म धूम और किक तथा सीरियल क्राइम पेट्रोल देख कर आसानी से पैसे कमाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया।

मंगलवार को खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि दो जनवरी को दिन दहाड़े फ्लैट नम्बर-102 गोविंदा अपार्टमेंट, ओमेक्स सिटी निवासी वृद्धा सुनीता चावला को बंधक बना लूट की गयी थी। इलाका पुलिस के अलावा, थाना छाता, स्वॉट, सर्विलांस, एसओजी आदि पुलिस टीमों ने सर्विलांस, लोकल इंटेलीजेंस, सीसीटीवी फुटेज आदि के माध्यम से 48 घंटे के अंदर लूट की घटना का खुलासा कर दिया।

एसएसी ने बताया कि पुलिस टीम ने लूट के आरोपी सगे भाई धर्मेन्द्र मिश्रा, लोकेन्द्र मिश्रा निवासीगण भितरवार, ग्वालियर (एमपी) हाल निवासी शिवाजी नगर, थाना नबाबाद, झांसी को रुकमणि बिहार के फ्लैट से गिरफ्तार किया। इनकी निशादेही पर रुकमणि बिहार गोलचक्कर के पास ग्राउंड फ्लोर पर बने फ्लैट से लूटा गया सामान व लूट में प्रयुक्त बाइक बरामद कर चालान किया है।

एसएसपी ने बताया कि यह दोनों यहां रह चुके थे। वहीं फिल्म, क्राइम पेट्रोल आदि सीरियल देखकर इन्होंने देखा कि अक्सर फ्लैटों में रहने वाले लोगों को एक-दूसरे से कोई खास मतलब नहीं होता है। किस के फ्लैट में कौन आरहा है, क्यों आ रहा है कोई कुछ नहीं कहता है। बस यही बात इनके मन में घर कर गयी थी। 

लूटा गया शत प्रतिशत माल बरामद
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों से तमंचा व कारतूस, दो मंगल सूत्र सोने के, सोने की दो जोड़ी टॉप्स, दो जोड़ी सोने की अंगूठी, एक तुलसी माला सोने की, सोने का बड़ा इलाइची हार, एक जोड़ी कानों की बाली, कलाई में पहनने वाली चेन सोने की, सोने का ब्रेसलेट, हरे रंग का ज्बैलरी पर्स, एक छोटा सफेद ज्वैलरी पर्स, 10 सफेद सिक्के पुराने लक्ष्मी गणेश, चौकोर सिक्का सफेद धातु का 10 ग्राम, एक घड़ी जैन्ट्स, एक घड़ी लेडीज, दंपती का पासपोर्ट, एक्टिवा के कागज, चांदी की मूर्ति शिव पार्वती, एक मूर्ति राधा कृष्ण, एक मूर्ति राम दरबार, एक मूर्ति गणेश, मूर्ति लक्ष्मी जी की, एक मोबाइल फोन, दो काले हैण्ड बैग लैदर के अलावा 31630 रुपये नकद, आदि बरामद किये है। पुलिस के अनुसार बरामद सामान की कीमत करीब आठ लाख रुपये आंकी गयी है।

दो दिन रैकी के बाद दिया घटना को अंजाम
एसपी सिटी उदय शंकर सिंह ने बताया कि दोनों सगे भाई 31 की रात को मां से मथुरा घूमने की कह कर अपनी बाइक से मथुरा आये थे। जन्मस्थान के समीप कमला पैलेस गेस्टहाउस में ठहरे थे। एक व दो जनवरी को बाइक से वृंदावन गये। वहां पार्किंग में बाइक खड़ी करके ओमेक्स सिटी कॉलोनी में दो दिन तक घूमकर रैकी कर घटना को अंजाम दिया था। इसके लिये वृंदावन से ही उन्होंने प्लास्टिक की रस्सी और टेप आदि खरीदे थे।

कई घरों में की अकेली महिला की तलाश
एसएसपी ने बताया कि दो जनवरी को अपनी बाइक की नम्बर प्लेट पर चिट लगाकर दोनों भाई ओमेक्स में गये थे। कालोनी में पहुंच कर कई घरों के दरवाजे खुलवा कर अकेली महिला की तलाश करने लगे। इस दौरान यह दरवाजा खटखटा कर अमित नामक युवक का नाम लेते थे। घर में वृद्धा के अकेले होने पर अंदर जाकर लूट की।

महंगे शौक ने बना दिये लुटेरे 
दोनों भाइयों को स्पोर्ट्स रेसिंग बाइक चलाने, महंगे कपड़े पहनने, शाही अंदाज में जीने का शौक था। शौक पूरा करने के लिये रुपयों की जरुरत थी। इनके शौक ने दोनों को अपराधी बना दिया। लूट की योजना बनाई, सफल भी हो गये लेकिन पकड़े गये।

सात साल तक मां के साथ रह चुके थे वृंदावन
एसपी सिटी ने बताया कि इनके माता-पिता में आपसी रिश्ते बिगड़ गये थे। इसके चलते इनकी मां वर्ष-2010 में अपने दोनों बेटों के साथ वृंदावन आकर रुक्मिणि बिहार में किराये पर रही। यहां घरों में काम करके अपने बेटों को स्कूल में पढ़ाया था। वर्ष -2017 में ये लोग झांसी चले गये थे। इन दोनों को यहां की स्थिति व लोकलटी की पूरी जानकारी थी, इसलिये यहां आकर लूट की योजना बनाई थी।

स्थानीय लोगों ने बाइक देख दी पुलिस को जानकारी
लूट की घटना में प्रयुक्त रेसिंग बाइक केटीएम व उसका रंग अलग ही था। यहां इस प्रकार की बाइक की संख्या भी कम है। सूत्र बताते हैं कि घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज में बाइक क्लीयर नजर आयी तो उस पर सवार युवकों को कुछ युवकों ने बाइक पर देख कर जानकारी पुलिस को दी थी। इसके माध्यम से भी पुलिस को इन्हें तलाशने में सहूलियत रही।

मां के जेवर गिरवी रखवाकर खरीदी थी बाइक
एसपी सिटी उदय शंकर सिंह ने बताया कि दोनों भाई शौकीन थे। यही कारण था कि करीब तीन माह पूर्व दोनों ने जिद करके अपनी मां के जेवर करीब 96 हजार रुपये में अपने गांव में ही गिरवी रखवा दिये थे। इसके बाद इन्होंने शौक पूरा करने के लिये पुरानी केटीएम बाइक खरीदी थी।

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