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आप लोगों की याद आ रही है... श्रेया से फोन पर हुई अंतिम बातचीत, मां के नहीं रुक रहे आंसू

दिल्ली कोचिंग हादसे में शिकार हुई अंबेडकरनगर की छात्रा श्रेया यादव का शव रविवार देर रात उसके गांव पहुंचा। शव देखते हुए उनके परिवार में कोहराम मच गया। सभी ने उसे नम आखों से अंतिम विदाई दी।

Pawan Kumar Sharma लाइव हिन्दुस्तान, अंबेडकरनगरMon, 29 July 2024 02:52 PM
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दिल्ली कोचिंग हादसे में शिकार हुई अंबेडकरनगर की छात्रा श्रेया यादव का शव देर रात उनके गांव हाशिमपुर बरसावा पहुंचा। शव देखते हुए उनके परिवार में कोहराम मच गया। सभी ने उसे नम आखों से अंतिम विदाई दी। सोमवार सुबह जिले के ही महादेव घाट टांडा में श्रेया का अंतिम संस्कार किया गया। उसके मां, चाची और बुआ समेत पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, पिता और भाई के चेहरे पर खामोशी थी। 

शनिवार को दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी। जिसमें से एक अंबेडकरनगर की रहने वाली 25 साल की श्रेया भी थीं। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस बेटी के आईएएस बनकर घर वापस आने का ख्वाब पालकर घरवाले बैठे हैं उस बेटी की लाश घर वापस आएगी। श्रेया के पिता दूध बेचकर घर चलाते हैं। इससे जो कुछ भी कमाई होती थी उसका एक हिस्सा बेटी की पढ़ाई के लिए भेज देते थे। घरवालों को उम्मीद थी कि एक दिन श्रेया उनका नाम रोशन जरूर करेगी। लेकिन नीयत को कुछ और ही मंजूर था।  

परिजनों ने बताया कि 26 जुलाई को उनकी श्रेया से बात हुई थी। उसने अच्छी तैयारी की बात की बताई थी आज तक मीडिया से बात करते हुए श्रेया की मां ने बताया कि एक दिन पहले ही बेटी से बात हुई थी। वह कह रही थी कि घरवालों की याद आ रही है। यहां मन लगा के पढ़ाई कर रही हूं। अब सपना पूरा करके घर आउंगी।  श्रेया के पिता राजेंद्र यादव बसखारी बाजार में दूध डेयरी की दुकान चलाते हैं। मां गृहिणी हैं। उनके दो भाई उनसे छोटे हैं, जो पढ़ाई कर रहे हैं। उसके चाचा धर्मेंद्र यादव समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। उनकी देखरेख में ही वह वहां तैयारी के लिए गई थी। शनिवार की शाम सात बजे कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में बारिश के बाद अचानक पानी भरने से डूब कर उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर परिवार के लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था।

श्रेया के पिता राजेंद्र यादव सूचना मिलने के बाद उसका शव लेने के लिए दिल्ली के लिए निकल गए। आखिर में रविवार देर रात वह बच्ची का शव गांव लेकर पहुंचे। सोमवार सुबह महादेव घाट टांडा में उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उसके चाचा और सपानेता धर्मेंद्र यादव, उपखंड मजिस्ट्रेट, सदर सौरभ शुक्ला और अन्य लोग भी थे।

श्रेया के घर पहुंचा प्रशासनिक अमला

श्रेया यादव की मौत के बाद डीएम अविनाश सिंह और एसपी डॉ कौस्तुभ रविवार की शाम को उनके गांव हासिमपुर बरसावां पहुंचे। डीएम और एसपी ने परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और प्रशासन की तरफ से प्रत्येक सहायता लेने का आश्वासन दिया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी डॉ सदानंद गुप्त, उपजिलाधिकारी अकबरपुर सौरभ शुक्ल, क्षेत्राधिकारी नगर देवेंद्र कुमार मौर्य समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। 

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