ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशलखनऊ में बनेगा आम का मेगा क्लस्टर, अब 'काकोरी आम' के नाम से होगी ब्रांडिंग

लखनऊ में बनेगा आम का मेगा क्लस्टर, अब 'काकोरी आम' के नाम से होगी ब्रांडिंग

सीएम योगी ने घोषणा की है कि लखनऊ में आम का मेगा क्लस्टर बनेगा। माल, मलिहाबाद व काकोरी फलपट्टी का आम देश और विदेश में 'काकोरी आम' के नाम से भेजा जाएगा। पांच साल में परियोजना पूरी होगी।

लखनऊ में बनेगा आम का मेगा क्लस्टर, अब 'काकोरी आम' के नाम से होगी ब्रांडिंग
Yogesh Yadavहिन्दुस्तान,लखनऊMon, 04 Jul 2022 11:23 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि लखनऊ में आम का मेगा क्लस्टर बनेगा। यह परियोजना अगले पांच वर्षों में पूरी होगी। उन्होंने कहा कि अब लखनऊ में माल, मलिहाबाद व काकोरी फलपट्टी का आम देश और विदेश में 'काकोरी आम' के नाम से भेजा जाएगा। इसी नाम से लखनऊ के आम की ब्रांडिंग होगी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के लिए केन्द्र से सौ करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है। 

मुख्यमंत्री ने ये बातें सोमवार को अवध शिल्पग्राम में आयोजित आम महोत्सव के उद्घाटन समारोह में कहीं। उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को सलाह दी कि अब हर साल पहली से सात जुलाई के बीच आम महोत्सव आयोजित किया जाए और इसमें देश के विभिन्न राज्यों के आम के बागवानों को आमंत्रित किया जाए। उन्हें सम्मानित भी किया जाए। 

उन्होंने कहा कि आम व अन्य फलों तथा सब्जियों का निर्यात बढ़ाने के लिए मांग और आपूर्ति के बीच समन्वय बनाते हुए उसकी गुणवत्ता बनाए रखना भी जरूरी है। उन्होंने परामर्श दिया कि कृषि विभाग के साथ उद्यान विभाग भी प्राकृतिक खेती के कार्यक्रम में  सहभागिता सुनिश्चत करें। सात जुलाई तक चलने वाले इस आम महोत्सव में ज्यादा से ज्यादा जनसहभागिता हो सके इसलिए सूचना विभाग और मीडिया से सहयोग लिये जाने के भी उन्होंने निर्देश दिए।

कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने जानकारी दी कि अमरोहा और वाराणसी में मैंगो पैक हाउस बनाए जा रहे हैं ताकि वहां से भी आम का निर्यात किया जा सके। उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग प्रस्ताव लाए ताकि निर्यातकों की समस्याओं का निराकरण किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस वक्त आम की कुल 13 फलपट्टी हैं। इनकी संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।

उद्यान राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने बागवानों और किसानों तक अच्छी तकनीक पहुंचाने के लिए कृषि विश्वविद्यालय की तर्ज पर औद्यानिक विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केन्द्र की ही तरह औद्यानिक विज्ञान केन्द्रों की स्थापना की जरूरत जताई। उन्होंने कहा कि मलिहाबाद में आम के प्रसंस्करण की इकाई भी लगनी चाहिए।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज सिंह, प्रमुख सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण आर.के.सिंह तथा निदेशक डा.आर.के.तोमर सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

सम्मानित हुए बागवान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में कुल 14 प्रगतिशील आम बागवानों को सम्मानित किया। इनमें बिजनौर के दयाकृष्ण शर्मा, बस्ती के पुष्कर आदित्य सिंह, हरदोई के अजय सिंह, उन्नाव के नमित कुमार सिंह, गोरखपुर के शिव प्रताप सिंह, मुजफ्फरनगर के संदीप वर्मा, रायबरेली के अनिकेत प्रताप सिंह, बाराबंकी के प्रदीप कुमार, बागपत के सचिन कुमार, सीतापुर के लक्ष्मण सिंह, लखनऊ के दिनेश प्रताप सिंह शामिल हैं। इनके अलावा आम की पैदावार में विशेष योगदान के लिए लखनऊ के विजय कुमार सिंह और आम की रंगीन प्रजातियों के संकलन के लिए लखनऊ के ही एस.सी.शुक्ल को भी सम्मानित किया गया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें