विकास दुबे केस : हरियाणा में दोगुना रेट पर बेचे गए 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल किए गए असलहे
बिकरू कांड में विकास दुबे और उसके गुर्गों की मदद करने वाले आरोपितों को जेल भेजने के बाद एसटीएफ को कुछ और असलहों की जानकारी मिली है, जो हरियाणा में दोगुने रेट पर आपराधिक गिरोह को बेचे गए। एसटीएफ...
बिकरू कांड में विकास दुबे और उसके गुर्गों की मदद करने वाले आरोपितों को जेल भेजने के बाद एसटीएफ को कुछ और असलहों की जानकारी मिली है, जो हरियाणा में दोगुने रेट पर आपराधिक गिरोह को बेचे गए। एसटीएफ ने 10 दिन पहले विकास की मदद करने वाले छह आरोपितों को जेल भेजा था। इन लोगों में पकड़े गए राधे और विष्णु ने विकास के असलहों को भी ठिकाने लगाने का काम किया था। एसटीएफ ने इन्हीं लोगों से पूछताछ कर इन्हीं की निशानदेही पर दो सेमी ऑटोमैटिक राइफल की जानकारी जुटाई। इसमें से एक को तत्काल बरामद कर लिया गया था। वहीं, दूसरी को बरामद करने के करीब पहुंची एसटीएफ से पहले भिंड पुलिस ने उसे बरामद कर लिया था।
हरियाणा में बिकी पिस्टल और तमंचे
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, बिकरू कांड में इस्तेमाल दो तमंचे और तीन पिस्टलों को हरियाणा में बेचा गया है। वहां पर दो आपराधिक गिरोह ने यह असलहे दो गुना कीमत देकर खरीदे हैं। इसमें से एक गिरोह लूटपाट और दूसरा सुपारी किलिंग को अंजाम देता रहा है। एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक असलहों के बारे में जानकारी है। बस आरोपितों की लोकेशन के बारे में पता किया जा रहा है।
बयानों की समीक्षा रह गई बाकी
एसआईटी की जांच के बाद जिन 13 पुलिसकर्मियों के प्रारंभिक जांच की जिम्मेदारी एसपी पूर्वी को सौंपी गई थी। उसमें सभी पुलिसकर्मियों के बयान पूरे हो चुके हैं। एसपी पूर्वी शिवाजी ने बताया कि सभी पुलिसकर्मियों ने बयान दिए हैं। अब उन बयानों की समीक्षा बची है। समीक्षा होने के साथ ही अन्य जिन अधिकारियों के पास जांच है उन्हीं जांचों के साथ रिपोर्ट अधिकारियों को सौंप दी जाएगी।