यूपी के 43 जिलों में इस काम के लिए रखी जाएंगी महिलाएं, 4040 लोगों को मिलेगा सीधे रोजगार
यूपी के 43 जिलों की 202 विकासखंडों में स्थापित किए जा रहे पुष्टाहार उत्पादन इकाइयों के लिए गठित किए जाने वाले माइक्रो एंटरप्राइज में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ही रहेंगी। माइक्रो एंटरप्राइज में...
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यूपी के 43 जिलों की 202 विकासखंडों में स्थापित किए जा रहे पुष्टाहार उत्पादन इकाइयों के लिए गठित किए जाने वाले माइक्रो एंटरप्राइज में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ही रहेंगी। माइक्रो एंटरप्राइज में शामिल ये ग्रामीण महिलाएं ही पुष्टाहार उत्पादन का काम करेंगी। शासन ने इनके चयन की प्रक्रिया निर्धारित कर दी है। माइक्रो एंटरप्राइज के माध्यम से उत्पादन के कार्य में लगने वाली ग्रामीण एसएचजी की महिलाओं में 33 फीसदी अनुसूचित जाति से रखा जाना अनिवार्य किया गया है। अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास विभाग मनोज कुमार सिंह ने इस आशय का आदेश जारी किया है। प्रत्येक इकाई में पुष्टाहार उत्पादन के लिए समूहों की 20 महिलाएं रखी जाएंगी। 202 उत्पादन इकाइयों से 4040 महिलाएं पुष्टाहार उत्पादन के माध्यम से सीधे रोजगार से जुड़ेंगी।
प्रत्येक एसएचजी माइक्रो इंटरप्राइज में होंगी 20 महिलाएं
प्रत्येक इकाई के लिए गठित की जाने वाली एसएचजी माइक्रो एंटरप्राइज में पुष्टाहार उत्पादन के लिए 20 महिलाएं कार्य करेंगी। सभी महिलाएं राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा गठित ग्रामीण स्वयं सहायता समूहों की सदस्य होंगी। इकाई में कार्य करने के लिए न्यूनतम योग्यता आठवीं पास निर्धारित किया गया है। उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच तय किया गया है। पुष्टाहार उत्पादन का काम हर इकाई में दो शिफ्टों में चलेगा। एक शिफ्ट दिन की होगी और दूसरी शिफ्ट रात की होगी। दोनों शिफ्टों में काम करने की इच्छुक महिलाएं ही इंटरप्राइज में शामिल की जाएंगी। एक परिवार से एक ही महिला को मौका मिलेगा। अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों व मुख्य विकास अधिकारियों को तय गाइड लाइन के मुताबिक माइक्रो एंटरप्राइज के गठन करने के निर्देश दिए हैं।