13 साल की लड़की से अधेड़ लगातार करता रहा दरिंदगी, गर्भ ठहरा तो
क्षेत्र के एक गांव में अधेड़ द्वारा किए गए दुष्कर्म से नाबालिग बालिका को गर्भ ठहर गया। बालिका की हालत बिगड़ने पर जब जांच में गर्भ का खुलासा हुआ तो परिजन के पैरों तले जमीन खिसक गई। उधर, आरोपी अधेड़ घर...
क्षेत्र के एक गांव में अधेड़ द्वारा किए गए दुष्कर्म से नाबालिग बालिका को गर्भ ठहर गया। बालिका की हालत बिगड़ने पर जब जांच में गर्भ का खुलासा हुआ तो परिजन के पैरों तले जमीन खिसक गई। उधर, आरोपी अधेड़ घर से फरार हो गया है लेकिन उसके हिमायतियों ने मामला रफादफा करने के लिए पंचायतों का सिलसिला शुरु कर दिया है। इसके चलते अभी घटना पुलिस के संज्ञान में नहीं आई है।
बाजपुर मार्ग स्थित एक गांव में बीते तीन दिन से इस घटना की चर्चा हर एक ग्रामीण की जुबान पर है। यह मामला आमने-सामने रह रहे दो परिवारों से जुड़ा है। पड़ोस में अकसर बच्चे एक-दूसरे के घरों में खेलने चले जाते हैं। इसी तरह एक ग्रामीण की 13 वर्षीय बेटी सामने रह रहे एक ग्रामीण के घर खेलने चली जाया करती थी। बताते हैं कि एक दिन जब उसके घर में कोई नहीं था तब गृह स्वामी ने मौका भांपते हुए बालिका से जबरन दुष्कर्म कर लिया। इसके बाद वह अकसर डरा-धमका कर उसके साथ दुष्कर्म करने लगा। दुष्कर्म के इस सिलसिले की भनक किसी को नहीं लग सकी।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब बालिका को अचानक उलटियां और पेट दर्द की शिकायत पर गांव स्थित एक महिला चिकित्सक के पास ले जाया गया। चिकित्सक को संदेह हुआ तब उसने उसके मूत्र की जांच की जिसमें उसके गर्भवती होने की पुष्टि हुई। बाद में अल्ट्रा साउंड हुआ तो तीन माह का गर्भ होना पाया गया। यह सुनते ही परिजन के पैरों तले जमीन खिसक गई।
उन्होंने जब बालिका से पूछताछ की तब पूरा माजरा सुना दिया। उधर, जब अधेड़ को इस बात की जानकारी हुई तो फरार हो गया। दुष्कर्मी की हिमायत में कुछ लोग पंचायत कराने पर आमादा हो गए। हालांकि कुछ लोगों ने मामला पुलिस तक ले जाने तो कुछ ने बालिका के भविष्य के लिए दस लाख का दंड डालने का सुझाव दिया। बहुत से लोग इस बात पर जोर दे रहे थे की अर्थ दंड के साथ ही आरोपी को पीड़िता चप्पलों से पीटकर सजा दे। कई दौर पंचायत के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला है। पीड़ित पक्ष ने अभी पुलिस को घटना की जानकारी नहीं दी है।