ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश सोनभद्रहड़ताल से बैंकों का 150 करोड़ का लेनदेन प्रभावित

हड़ताल से बैंकों का 150 करोड़ का लेनदेन प्रभावित

केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में आल इण्डिया बैंक स्ट्राइक के चलते शुक्रवार को जिले में नेशनल बैंक बंद रहे। जिसके कारण लगभग 150 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ। बैंक बंदी के दौरान बैंक...

केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में आल इण्डिया बैंक स्ट्राइक के चलते शुक्रवार को जिले में नेशनल बैंक बंद रहे। जिसके कारण लगभग 150 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ। बैंक बंदी के दौरान बैंक...
1/ 2केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में आल इण्डिया बैंक स्ट्राइक के चलते शुक्रवार को जिले में नेशनल बैंक बंद रहे। जिसके कारण लगभग 150 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ। बैंक बंदी के दौरान बैंक...
केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में आल इण्डिया बैंक स्ट्राइक के चलते शुक्रवार को जिले में नेशनल बैंक बंद रहे। जिसके कारण लगभग 150 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ। बैंक बंदी के दौरान बैंक...
2/ 2केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में आल इण्डिया बैंक स्ट्राइक के चलते शुक्रवार को जिले में नेशनल बैंक बंद रहे। जिसके कारण लगभग 150 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ। बैंक बंदी के दौरान बैंक...
हिन्दुस्तान टीम,सोनभद्रFri, 31 Jan 2020 11:18 PM
ऐप पर पढ़ें

केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में आल इण्डिया बैंक स्ट्राइक के चलते शुक्रवार को जिले में नेशनल बैंक बंद रहे। जिसके कारण लगभग 150 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित हुआ। बैंक बंदी के दौरान बैंक कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। समर्थन में नारेबाजी की। बैंकों के बंद रहने से उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ी। अधिकतर एटीएम में दोपहर बाद कैश खत्म होने से लोग पैसा निकालने के लिए इधर-उधर भटकते रहे।यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर हड़ताल का आयोजन किया गया। राबर्ट्सगंज में इलाबाद बैंक के सामने प्रदर्शन के दौरान बैंक कर्मियों ने कहा कि उनकी प्रमुख मांग में नवंबर 2017 से लंबित वेतन सेटलमेंट है। बताया कि हड़ताल शनिवार को भी रहेगी। उसके बाद भी उनकी मांग पर गौर न किया गया तो मार्च में 11 से 13 तक उसके बाद एक अप्रैल से अनिश्चिकालीन हड़ताल की जाएगी। बैंक कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार के दौरान अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी भी की। इस दौरान उन्होंने कथित बैंक सुधारों और बैंकों के अवांछित विलय का विरोध किया। केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि कारपोरेट घरानों से ऋणों की वसूली के कठोर उपाय किए जाएं। वेतन पुनरीक्षण एवं सम्बंधित मुद्दों का शीघ्र निस्तारण किया जाए। बैंकों में रिक्त पदों पर पर्याप्त भर्ती की जाए। उन्होंने मांगों पर शीघ्र विचार किए जाने की मांग की। इस मौके पर किशोर कुमार सिंह, सुबोध कान्त दिवाकर, मोहन सिंह मेहरा, श्याम नारायण विश्वकर्मा, पारस नाथ राम, अनिल कुमार, शिवचन्द्र, राम प्रसाद, सत्येन्द्र मौर्य, पतेश्वर नाथ मौर्य, आशुतोष कुमार आदि मौजूद रहे। लीड बैंक प्रबंधक एसडी संतोषी के मुताबिक बैंकों की हड़ताल से शुक्रवार को जिले में लगभग 150 करोड़ का लेन-देन प्रभावित रहा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें