Sonebhadra Livestock Census Completes with Significant Increase in Poultry Numbers कुक्कुट पक्षियों की संख्या में पांच गुना हुई वृद्धि, Sonbhadra Hindi News - Hindustan
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कुक्कुट पक्षियों की संख्या में पांच गुना हुई वृद्धि

Sonbhadra News - सोनभद्र में आठ महीने तक चले पशुधन गणना का कार्य हाल ही में पूरा हुआ। 1563 गांवों में कुल 8,26,300 जानवरों की गणना की गई, जो पिछले आंकड़ों की तुलना में 86.89 प्रतिशत है। कुक्कुट पक्षियों की संख्या में...

Newswrap हिन्दुस्तान, सोनभद्रFri, 9 May 2025 10:17 PM
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कुक्कुट पक्षियों की संख्या में पांच गुना हुई वृद्धि

सोनभद्र, संवाददाता। जनपद में पशुधन गणना का कार्य करीब आठ माह तक किया गया। जनपद में चल रहे पशु गणना का कार्य पिछले दिनों पूरा हो गया। इस दौरान जनपद के कुल 1563 गांव एवं वार्ड में पशु गणना का कार्य पूरा किया गया। जिसमें कुक्कुट पक्षियों की संख्या में पांच गुना वृद्धि हुई है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अजय कुमार मिश्र ने बताया कि जनपद में (विशाल टंडन)-21वीं पशुधन गणना का कार्य 25 अक्टूबर 2024 को शुरू किया गया था। इस गणना के माध्यम से प्राप्त आंकड़े पशुधन क्षेत्र में विकास और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जनपद में चल रहे पशु गणना का कार्य पिछले दिनों पूरा हो गया।

इस दौरान जनपद के कुल 1563 गांव एवं वार्ड में पशु गणना का कार्य पूरा किया गया। इन गांवों एवं वार्ड में कुल सात हजार पांच सौ उनसठ परिवारों की संख्या थी, जो पिछली गणना से 10 प्रतिशत अधिक है। इन परिवारों के बीच जानवरों की कुल संख्या आठ लाख छब्बीस हजार तीन सौ पायी गई, जो पिछली गणना के सापेक्ष 86.89 फीसदी रही। वहीं गणना में पोल्ट्री फार्म की बात करें तो इनकी संख्या में काफी वृद्धि पाई गई है। जनपद में पोल्ट्री फार्म एवं मुर्गी पलकों की संख्या में काफी वृद्धि दर्ज की गई। कुक्कुट पक्षियों की पिछली गणना एक लाख 51 हजार 444 में पांच गुना वृद्धि दर्ज की गई है। इस बार की गणना में कुकुट पक्षियों की संख्या कुल सात लाख 25634 पायी गई। सरकार द्वारा लगातार बेरोजगारों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। जिससे इस बार पशुपालकों की संख्या में भी इजाफा हुआ जिनमें खास तौर पर पोल्ट्री फार्म की संख्या बढ़ी है। उन्होंने बताया कि पशुधन गणना के बारे में विस्तार से बताते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पशुधन गणना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिसमें देश में पशुओं की संख्या और उनकी नस्लों का विवरण इकट्ठा किया जाता है। यह गणना पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा हर पांच साल में की जाती है, जिसका उद्देश्य पशुधन क्षेत्र में विकास और कल्याण के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं और पहलों के लिए मूल्यवान इनपुट प्रदान करना है। गणना में पालतू जानवरों की 15 प्रजातियों को शामिल किया जाता है। गणना में पशुओं की विभिन्न नस्लों का विवरण भी इकट्ठा किया जाता है, जिससे उनकी संरक्षण और प्रजनन कार्यक्रमों के लिए मदद मिलती है। पशुधन गणना के आंकड़े पशुधन क्षेत्र में आर्थिक विकास और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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