रेल मार्ग से कोयला डिस्पैच में भारी इजाफा
Sonbhadra News - एनसीएल ने अगस्त में पिछले वर्ष की तुलना में 2.08 मिलियन टन अधिक कोयला प्रेषण किया। कुल 11.48 मिलियन टन कोल डिस्पैच करके 110 प्रतिशत का लक्ष्य प्राप्त किया गया। रेल और एमजीआर के माध्यम से कोयले की...

अनपरा,संवाददाता। एनसीएल की पर्यावरण अनुकूल हरित कोयला प्रेषण की कवायद असर दिखाने लगी है। अगस्त में माह में एनसीएल ने रेल रैक और एमजीआर माध्यम से बीते साल अगस्त की तुलना में कुल 2.08 मिलियन टन अधिक कोयले का प्रेषण किया है। रेल रैक से अधिक ढुलाई के लिए एफएमसी परियोजनाओं को तेजी सेअमलीजामा पहनाने में लगी एनसीएल ने अगस्त माह में कुल 45 रेल रैक ढुलाई का लक्ष्य दिया गया था और एनसीएल ने 44 रैक प्रतिदिन ढुलाई कर बेहतरीन परिणाम दिखाया है। अगस्त माह में एनसीएल ने कुल10.45 मिलियन टन कोल डिसपैच का टारगेट तय था लेकिन रेल रैक और एफएमसी परियोजनाओं की बदौलत उसने लगभग 110 प्रतिशत कुल 11.48 मिलियन टन कोल डिस्पैच किया।
इस दौरान 5.23 मिलियन टन रेल मार्ग से 4.23 मिलियन टन एमजीआर से डिस्पैच किया गया जो बीते साल की अगस्त की तुलना में लगभग दो मिलियन टन से भी अधिक रहा है। रेल मार्ग से अधिक ढुलाई को लेकर रेलवे के आलाधिकारियों संग एनसीएल की लगातार समन्वय बैठक हो रही है। 11 सितम्बर को ही पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबन्धक छत्रसाल सिंह ने एनसीएल खदानों का निरीक्षण कर कोल निकासी की समस्याओं पर एनसीएल के वरिष्ठअधिकारियों संग वार्ता की। चोपन-चुनार खण्ड में 116 वैगनों की बाक्सएन लॉग हाल मालगाड़ियां का पहली बार सफल परिचालन कराया जिससे आने वाले समय में कोल रेल निकासी में महत्वपूर्ण वृद्धि होने की सम्भावना है। इससे पूर्व डीआरएम धनबाद भी 28 अगस्त को इसी मुद्दे पर बैठक व निरीक्षण कर चुके है।
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