श्रमिक संगठनों ने जीएम का फूंका पुतला
40 संविदा मजदूरो के समायोजन को लेकर परियोजना गेट पर आमरण अनशन पर बैठे भारतीय संविदा श्रमिक संगठन ने बुधवार को परियोजना के जीएम का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। उन्होंने परियोजना प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी...
40 संविदा मजदूरो के समायोजन को लेकर परियोजना गेट पर आमरण अनशन पर बैठे भारतीय संविदा श्रमिक संगठन ने बुधवार को परियोजना के जीएम का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। उन्होंने परियोजना प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। उन्होंने 40 संविदा श्रमिकों का समायोजन किए जाने की मांग की। बुधवार को राजपाल गौतम, राम नरेश गोंड, शंकर, घनश्यामदास पांडेय, कन्हैया व रविंदर यादव अनशन पर बैठे रहे।
संगठन के अध्यक्ष मणिशंकर पाठक ने कहा कि तापीय परियोजना के महाप्रबंधक प्रशासन द्वारा कामगारों के चलाए जा रहे अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर पहुंचकर भूख हड़ताल बंद करने के लिए तरह तरह की धमकी दिया जा रहा है। जबकि, महाप्रबन्धक प्रशासन की मिलीभगत से कारखाने में भ्रष्टाचार चरम पर है। कारखाने के ही मजदूरों को काम के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है लेकिन परियोजना के उच्च अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
उन्होंने कहा कि बीते चार दिनों से कामगार परियोजना के मुख्य द्वार पर समायोजन और बकाया भुगतानों की मांग को लेकर अनशन पर हैं। बावजूद इसके परियोजना के असंवेदनशील लोगों की नींद नहीं टूट रही है। मजदूर नेता प्रेम प्रकाश चौबे ने कहा कि मजदूरों द्वारा काम किए गए अपने पैसे के भुगतान को लेकर भी संघर्ष करना पड़ रहा है यह बड़े दुर्भाग्य की बात है। परियोजना के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के नेतृत्व में मजदूरों की मजदूरी का बंदर बांट करके श्रम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।