जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने को लेकर खेमस का प्रदर्शन
जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने को लेकर उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राबर्ट्सगंज सदर तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति को सम्बोधित 16 सूत्री ज्ञापन उपजिलाधिकारी को...
जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने को लेकर उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को राबर्ट्सगंज सदर तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति को सम्बोधित 16 सूत्री ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपकर जिले को सूखाग्रस्त घोषित किए जाने की मांग की।
इस दौरान यूनियन के जिलाध्यक्ष रामलाल सिंह बारी व जिला मंत्री कामरेड आरके शर्मा ने कहा कि जुलाई के अंतिम सप्ताह से ही पूरे देश में खेत मजदूर यूनियन और किसान सभा द्वारा संयुक्त रूप से किसानों, खेतिहर मजदूरों और आम जनमानस की समस्या को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चल रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कोविड-19 जैसी महामारी से प्रभावित प्रत्येक परिवार को प्रति माह 7500 रुपये लगातार छह माह तक आर्थिक सहायता दी जाए। परिवार के प्रत्येक सदस्य को 6 माह तक 10 किलो खाद्यान्न प्रतिमाह उपलब्ध कराया जाए। मनरेगा में सभी ग्रामीण मजदूरों को जॉबकार्ड जारी कर पूरे वर्ष भर काम और 600 रुपये प्रतिदिन न्यूनतम मजदूरी दिया जाए। वहीं काम न मिलने के विकल्प में बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। किसान एवं कृषि से संबंधित जनविरोधी अध्यादेश को वापस लिया जाए। सभी किसानों खेत मजदूरों और दस्त कारों का पंजीयन कराने के साथ ही सभी सीनियर सिटीजन को 10000 रुपये मासिक पेंशन दिया जाए। 14 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा सुनिश्चित किया जाए और माध्यमिक स्तर तक सभी के लिए मुफ्त शिक्षा व्यवस्था लागू किया जाए। भवन निर्माण मजदूरों की तरह खेत खनन में काम करने वाले मजदूरों का भी पंजीयन करा कर उनको भी सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाए आदि मांगें रखी। इस मौके पर चंदन प्रसाद पासवान, बसावन गुप्ता, एडवोकेट अशोक कुमार कनौजिया, एडवोकेट अनिल मौर्य, दिनेश्वर वर्मा, हृदय नारायण गुप्ता, प्रेमचंद गुप्ता फूलमती, ज्योति प्रकाश, विजय गौड़, वीरेंद्र सिंह गौड़, बुद्धिराम खरवार, राम दुलारे, मुन्ना धांगर, लीलावती, बबनी देवी, अमरनाथ सूर्य आदि मौजूद रहे।