छत्तीसगढ़ के चरचरी में हाथियों ने मचाया उत्पात
छत्तीसगढ़ के तमोर पिगला से भटक कर आए 15 हथिरयों के दल गुरुवार को बभनी थाना क्षेत्र के रम्पाकुरर गांव से छत्तीसगढ़ सीमा से सटे चरचरी गांव में पहुंच गया। जंगली हाथियों ने गांव में जमकर उत्पात मचाया।...
छत्तीसगढ़ के तमोर पिगला से भटक कर आए 15 हथिरयों के दल गुरुवार को बभनी थाना क्षेत्र के रम्पाकुरर गांव से छत्तीसगढ़ सीमा से सटे चरचरी गांव में पहुंच गया। जंगली हाथियों ने गांव में जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने गांव के 16 से अधिक किसानों की फसलों को रौंद दिया। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने हाथियों को जंगल में खदेड़ दिया। छत्तीसगढ़ से भटककर आए 15 जंगली हाथियों के दल ने गुरुवार की रात को बभनी के रम्पाकुरर गांव में आधा दर्जन से अधिक किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया था। फसलों को नुकसान पहुंचाने के बाद हाथियों का दल दिन में पास के जंगल में पहुंच गया। शुक्रवार की रात को हाथियों का दल बभनी के रम्पाकुरर के जंगल से छत्तीसगढ़ के सीमा से सटे गांव चरचरी में पहुंच गया। हाथियों ने किसानों के धान की फसलों को खाया साथ ही पैरों से रौद दिया। उधर बभनी वन विभाग की टीम हाथियों को रात में तलाशती रही। शनिवार की सुबह हाथियों के पैरो के निशान नवाटोला के जंगल होते चरचरी गाव में मिले। छत्तीसगढ़ वन क्षेत्राधिकारी ने रामशरन राम ने हाथियों को चरचरी के जंगल मे होने की पुष्टि की। वन क्षेत्राधिकारी रामशरन ने बताया कि हाथियों का झुण्ड रात में छत्तीसगढ़ के चरचरी गांव पहंुच गया और वहां 16 किसानों की फसलों को चौपट किया और एक किसान के मकान की दीवार तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम ग्रामीणों के साथ हाथियों की निगरानी मे लगी है। वहीं बभनी वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अवधनारायण मिश्र ने बताया कि हाथियों का दल छत्तीसगढ़ के चरचरी के जंगल में होने की सूचना मिली है। टीम को निगरानी में लगाया गया है।