आयोग से मांगा पक्ष रखने का समय
Sonbhadra News - अनपरा में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आर एफ पी डॉक्यूमेंट पर निर्णय के खिलाफ मौन विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। समिति ने आरोप लगाया है कि निजीकरण की प्रक्रिया में कर्मचारियों की आवाज़...

अनपरा,संवाददाता। संघर्ष समिति का पक्ष सुने बिना आर एफ पी डॉक्यूमेंट पर निर्णय लिया गया तो तो प्रदेश भर के बिजली अभियन्ता-कर्मचारी नियामक आयोग मुख्यालय पर मौन विरोध प्रदर्शन करेंगे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने निजीकरण की प्रक्रिया तेज होते देख विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष को बुधवार को पत्र भेजकर समिति का पक्ष सुनने का समय मांगा है। समिति के पदाधिकारियों के संयुक्त हस्ताक्षर युक्त पत्र में आरोप लगाया है कि विद्युत नियामक आयोग से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद भी संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल को समय नही दिया गया है जिससे कर्मचारियों में भारी आक्रोश है ।
इसके विरोध में सैकड़ों बिजली कर्मी विद्युत नियामक आयोग के मुख्यालय पर मौन प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी नियामक आयोग की होगी। आरोप लगाया कि सरकार, प्रबंधन और विद्युत नियामक आयोग के बीच निजीकरण को लेकर मिलीभगत हो गई है। एक लाख करोड रुपए से अधिक की पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम की परिसंपत्तियों को कौड़ियों के दाम पूर्व निर्धारित निजी घरानों के हाथ बेचने की साजिश हो रही है। संघर्ष समिति ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में सबसे बड़े स्टेकहोल्डर बिजली के उपभोक्ता और बिजली के कर्मचारी हैं। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण से लगभग 60000 संविदा कर्मियों और साढ़े सोलह हजार नियमित कर्मचारियों की नौकरी समाप्त होने जा रही है। हजारों की संख्या में बिजली कर्मियों की पदावनती होने जा रही है। निजीकरण के दुष्प्रभाव से बिजली कर्मचारियों में भारी चिंता और गुस्सा व्याप्त है।
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