ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश सोनभद्रसोनभद्र: अनपरा बिजलीघरों को घटाना पड़ा 756 मेगावाट उत्पादन

सोनभद्र: अनपरा बिजलीघरों को घटाना पड़ा 756 मेगावाट उत्पादन

मौसम में बदलाव से बिजली की मांग में रोजाना भारी उतार-चढ़ाव का असर अनपरा के बिजलीघरों के उत्पादन पर पड़ रहा है। गुरुवार सुबह उत्पादन निगम के अनपरा और लैंको के अनपरा सी बिजलीघरों को 756 मेगावाट से अधिक...

सोनभद्र: अनपरा बिजलीघरों को घटाना पड़ा 756 मेगावाट उत्पादन
हिन्दुस्तान टीम,सोनभद्रThu, 22 Jun 2017 03:49 PM
ऐप पर पढ़ें

मौसम में बदलाव से बिजली की मांग में रोजाना भारी उतार-चढ़ाव का असर अनपरा के बिजलीघरों के उत्पादन पर पड़ रहा है। गुरुवार सुबह उत्पादन निगम के अनपरा और लैंको के अनपरा सी बिजलीघरों को 756 मेगावाट से अधिक की थर्मल बैकिंग (उत्पादन कम करने) के निर्देश सिस्टम कंट्रोल से दिये गये जो दोपहर तक जारी रहे। सिस्टम कंट्रोल के मुताबिक बिजली की मांग 12 हजार मेगावाट के भी नीचे चली जाने के कारण उत्पादन कम कराया गया है। दोपहर बाद थर्मल बैकिंग वापस ले ली गयी है। अनपरा बिजलीघर की 500 मेगावाट क्षमता की पांचवीं इकाई दो जून से तकनीकी कारणों से बंद होने के बावजूद लगातार हो रही थर्मल बैकिंग पर नाराजगी जताते हुए अभियंता संगठनों ने सीएमडी उत्पादन निगम से अनपरा के सस्ते बिजली वाले बिजलीघरों से थर्मल बैकिंग पर तत्काल रोक लगवाने की मांग की है। अनपरा बिजलीघर के महाप्रबंधक एके सिंह ने बताया कि 'अ' ताप बिजलीघर से 78 मेगावाट, ब ताप से 126 मेगावाट तथा 'द' ताप से 200 मेगावाट विद्युत उत्पादन कम करने के निर्देश दिये गये थे। बिजलीघर का उत्पादन इसके कारण गिरकर लगभग 1600 मेगावाट के ईद-गिर्द रह गया। लैंको अनपरा सी के सहायक महाप्रबंधक एसके द्विवेदी ने बताया कि सुबह 6:30 से दोपहर 12:00 बजे तक 352 मेगावाट उत्पादन कम करने के निर्देश दिये गये जिससे बिजलीघर का उत्पादन लुढ़ककर 750 मेगावाट के पास रह गया। दो महीनों में 588 मिलियन यूनिट से अधिक का हुआ नुकसान थर्मल बैकिंग से उत्पादन निगम के 5938 मेगावाट क्षमता के बिजलीघरों को चालू वित्तीय वर्ष के पहले दो महीनों अप्रैल-मई में ही 588.83 मिलियन यूनिट बिजली का नुकसान हो चुका है। इसके चलते बिजलीघरों की परफारमेंस पर भी 6.77 प्रतिशत पीएलएफ कम होने का असर पड़ा है। निगम प्रबंधन के मुताबिक मई महीने में 209.68 मिलियन यूनिट बिजली थर्मल बैकिंग के कारण पैदा नही की जा सकी। अब तक दोनों महीनों में महज 6190 मिलियन यूनिट बिजली का 71.2 प्रतिशत पीएलएफ पर उत्पादन किया गया। यदि थर्मल बैकिंग नही होती तो 77.99 प्रतिशत पीएलएफ पर बिजलीघर 6779 मिलियन यूनिट से अधिक बिजली का उत्पादन कर रहे होते।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें