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दिल्ली से कम खतरनाक नहीं है सिंगरौली परिक्षेत्र में वायु प्रदूषण

सिंगरौली परिक्षेत्र में वायु प्रदूषण की स्थिति देश की राजधानी दिल्ली से कम खतरनाक स्थिति में नहीं है। यहां के हालात भी बद से बदतर होते जा रहे हैं, पर यहां न टीवी चैनलों का बोलबाला है न चार विधान सभा...

दिल्ली से कम खतरनाक नहीं है सिंगरौली परिक्षेत्र में वायु प्रदूषण
गोविन्दपुर (सोनभद्र)। हिन्दुस्तान संवाद Fri, 10 Nov 2017 06:39 PM
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सिंगरौली परिक्षेत्र में वायु प्रदूषण की स्थिति देश की राजधानी दिल्ली से कम खतरनाक स्थिति में नहीं है। यहां के हालात भी बद से बदतर होते जा रहे हैं, पर यहां न टीवी चैनलों का बोलबाला है न चार विधान सभा सीट वाले सत्ता पक्ष के विधायकों और ना ही प्रति पक्ष के नेताओं को इस बात की चिंता है। सिंगरौली परिक्षेत्र में खतरनाक व घातक बीमारियां तेजी से फैल रही हैं।

सिंगरौली परिक्षेत्र में हालात ये है कि खतरनाक मानें जाने वाला सूक्ष्म धूल कण अनपरा में मानक 2.5 पीएम के बदले खतरे का निशान पार कर रहा है तो पीएम 10 तीन गुना ज्यादा बढ़ गया है। यही हालत बासी, बीना की है और चिल्काडाड़ में पीएम 10 साढ़े तीन सौ पार कर गया है। मुर्धवा, ओबरा, वारी डाला के हालात भी इससे कम नहीं हैं। पर हमेशा से शान्तिप्रिय जीवन का पक्षधर आदिवासी बहुल क्षेत्र के लोग भी हालात को नियति मानकर सब कुछ सरकार और भगवान पर छोड़ दिया है। जबकि एनजीटी के हाई प्रोफाइल कोर कमेटी और आयुष मंत्रालय भी यह बता चुका है कि पिछले पांच वर्षों में स्वशन, चर्मरोग, मिर्गी जैसी समस्या क्षेत्र में जानलेवा साबित हो रही है। शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण अंचलों में भी पागलपन की समस्या विकराल हो चुकी है। 

म्योरपुर थाना क्षेत्र के खैराही, किरवानी, जरहा, नधिरा, चेतवा, कुसम्हा, गम्भीरपुर में 20 से ज्यादा पागलपन के शिकार युवा भटक रहे हैं। वहीं रनटोला में डेढ़ दर्जन महिलाएं बांझपन की शिकार हो चुकी हैं। चिल्काडाड़, वासी, बीना, अनपरा जैसे जगहों पर तो यात्रा बाइक से करने में नाक, मुंह में धूल कण दिखाई भी देने लगे हैं। सिंगरौली प्रदूषण मुक्ति वाहिनी के संयोजक रामेश्वर प्रसाद सह संयोजक रामनारायण, ग्राम प्रधान दिनेश जायसवाल, सरदार मानसिंह का कहना है कि तमाम सरकारी रिपोर्ट को भी क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी अनसुना कर रहे हैं, जिससे समस्या बढ़ती जा रही है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी एसके बेंजामिन फर्नाडीज का कहना है कि लोग लिखित शिकायत करें तो जांच कर कार्यवाही की जाए। 

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