Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Son killed his mother, threw her body in the drain, took off her clothes and jewellery to show rape and robbery

बेटे ने ही की मां की हत्या, शव नाले में फेंक दिया, रेप-लूट दिखाने को उतारे थे कपड़े और जेवर

यूपी की राजधानी लखनऊ में बेटे ने ही मां की हत्या कर दी। शव गांव के बाहर खेत में फेंका था। पुलिस ने इस वारदात का राजफाश कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। बेटे ने रेप-लूट दिखाने को कपड़े और जेवर उतारे थे।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानThu, 12 Dec 2024 07:22 AM
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लखनऊ के करसंडा गांव में 52 वर्षीय प्रेमा की हत्या बेटे आकाश ने दोस्त सुलेमान हुसैन के साथ की। शव गांव के बाहर खेत में फेंका था। पुलिस ने इस वारदात का बुधवार को राजफाश कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आकाश और सुलेमान ने छह दिसंबर को टमाटर तोड़ने गई प्रेमा की गला घोंटकर हत्या की थी। पुलिस को गुमराह करने के लिए दुष्कर्म और लूट दिखाने की स्क्रिप्ट तैयार की। मां के आधे कपड़े उतार कर कान के झुमके, पायल, बिछिया और मोबाइल लूट लिया था। हत्या के बाद शव नाले में फेंक दिया था।

पुलिस उपायुक्त दक्षिणी केशव कुमार के मुताबिक शव मिलने पर परिवारीजनों ने पहचान की थी। पोस्टमार्टम में गला घोंटने की पुष्टि हुई थी। घटना के राजफाश के लिए तीन टीमें गठित की गई थीं। प्रेमा के बड़े बेटे दिलीप कुमार ने पिता संतराम, चाचा, भाई और एक अन्य पर हत्या का केस दर्ज कराया था। एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा के निर्देशन में टीमों ने तफ्तीश शुरू की पर कुछ हाथ नहीं लगा। एसीपी की पूछताछ में घरवालों से पता चला की आकाश शराब का लती है। वह आए दिन पत्नी से भी मारपीट करता था। शराब के लिए रुपये न मिलने पर मां प्रेमा से मारपीट को अमादा हो जाता था। इस कारण उसकी पत्नी भी छोड़कर मायके चली गई थी। आकाश को यह लगता था कि मां के भड़काने पर पत्नी गई है।

प्रेमा ने आकाश से कहा था अगर वह शराब नहीं छोड़ेगा तो बहू को विदा कराकर घर नहीं लाएंगी। इस कारण आकाश प्रेमा से चिढ़ने लगा था। ग्रामीणों से पता चला कि आकाश और सुलेमान दोनों खेत की तरफ घटना के दिन गए थे। आशंका पर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पहले दोनों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। इसके बाद सवाल जवाब में फंस गए। दोनों ने हत्या की बात स्वीकार की और फिर जेवर और मोबाइल भी बरामद कर लिया गया।

पुलिस की सूझबूझ से जेल जाते बचे चार निर्दोष

एसीपी रजनीश वर्मा और नगराम पुलिस की सूझबूझ से चार निर्दोष जेल जाते बच गए। चूंकि हत्या का मुकदमा मृतका के बेटे ने पिता, भाई, चाचा व एक अन्य पर दर्ज कराया था। पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो उनके खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले। तफ्तीश में परत दर परत खुलासा हुआ और वास्तविक हत्यारों का पुलिस ने पता लगाकर हत्याकांड का राजफाश कर आकाश और सुलेमान को धर दबोचा।

अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद से फरार

पुलिस के मुताबिक आकाश पोस्टमार्टम हाउस गया था। मां के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था। इसके बाद वह दूसरे दिन बिहार भाग गया था। पहले सुलेमान को पकड़ा गया। उससे पूछताछ में मिली जानकारी के बाद आकाश की तलाश शुरू हुई। उसकी लोकेशन बिहार मिली। इस के आधार पर उसे हिरासत में लिया गया। पूछताछ में वह टूट गया और फिर घटना की जानकारी दी।

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