पश्चिमी यूपी बने अलग प्रदेश, यूपी के बंटवारे की फिर उठी मांग, संजीव बालियान बोले, छोटे राज्य वक्त की जरूरत
- पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने पश्चिमी यूपी को अलग प्रदेश बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि छोटे राज्य वक्त की जरूरत है। यूपी का बंटवारा होगा तो पश्चिमी यूपी में किसानों का राज होगा।
यूपी के बंटवारे को लेकर एक बार फिर से मांग उठने लगी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने पश्चिमी यूपी को अलग प्रदेश बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि छोटे राज्य वक्त की जरूरत है। यूपी का बंटवारा होगा तो पश्चिमी यूपी में किसानों का राज होगा। बालियान ने यह बातें रविवार को एनएच-58 स्थित एक रिसॉर्ट में पश्चिम प्रदेश निर्माण संयुक्त मोर्चा के सेमिनार में कही। बालियान ने कहा कि विकास के लिए बंटवारा जरूरी है, इसके लिए जनता उठ खड़ी होगी तो मांग पूरी हो जाएगी।
सेमिनार की अध्यक्षता भगत सिंह वर्मा ने की। उन्होंने कहा कि मोर्चा पिछले 11 वर्षों से अलग प्रदेश की मांग कर रहा है। नए प्रदेश में खुशहाली और यहां की जनता को रोजगार, शिक्षा और विकास के अवसर प्राप्त होंगे। सेमिनार में पहुंचे बागपत सांसद डॉ. राजकुमार संगवान ने भी अलग प्रदेश का समर्थन किया और कहा कि रालोद हमेशा से छोटे राज्यों का पक्षधर रहा है। छोटे राज्यों का विकास आसानी से किया जा सकता है। यूपी बड़ा राज्य नहीं बल्कि एक देश के समान है। मोर्चा जिलाध्यक्ष जगदीश और कर्नल सुधीर कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान जनसंख्या करीब 25 करोड़ है।
हमारे क्षेत्र से राजधानी लखनऊ और हाईकोर्ट प्रयागराज काफी दूर है, जिससे न्याय पाने के लिए यहां के लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। यहां पांच लाख से ज्यादा केस हाईकोर्ट में लंबित हैं। छोटे राज्यों में प्रशासनिक व्यवस्था एवं कार्यशैली सुदृढ़ हो जाती है। उत्तराखंड, झारखंड, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़ एंव तेलांगना इसके उदाहरण हैं। मोर्चा इसे लेकर जनता को जागरूक करने के लिए सेमिनार एवं यात्राओं का आयोजन कर रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यपाल सिंह यादव ने वकीलों की हाईकोर्ट की मांग की सुनवाई न होने पर उन्हें अपने मोर्चा का हिस्सा बताया।
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