situation changed in 10 years on india nepal border surveillance became stricter and pace of mosques madrassas stopped भारत-नेपाल बॉर्डर पर 10 साल में बदले हालात, सख्‍त हुई निगरानी तो थम गई मस्जिद-मदरसों की रफ्तार, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़situation changed in 10 years on india nepal border surveillance became stricter and pace of mosques madrassas stopped

भारत-नेपाल बॉर्डर पर 10 साल में बदले हालात, सख्‍त हुई निगरानी तो थम गई मस्जिद-मदरसों की रफ्तार

  • बीते 10 वर्षों के दौरान बार्डर के 10 किलोमीटर के दायरे में तीन मस्जिद और चार मदरसे का निर्माण हुआ है जबकि इस दरम्यान 29 मंदिर के अलावा एक चर्च तथा एक गुरुद्वारे का निर्माण रिपोर्ट किया गया है। जबकि इसके पहले बार्डर के सात किलोमीटर के दायरे में 468 मस्जिद और 567 मदरसे का निर्माण हो चुका था।

Ajay Singh हिन्दुस्तान, विवेक पांडेय, गोरखपुरTue, 24 Dec 2024 07:04 AM
share Share
Follow Us on
भारत-नेपाल बॉर्डर पर 10 साल में बदले हालात, सख्‍त हुई निगरानी तो थम गई मस्जिद-मदरसों की रफ्तार

India Nepal Border: भारत-नेपाल सीमा पर एक समय ऐसा था, जब मस्जिद और मदरसों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। बार्डर इलाके की गतिविधियों में भी बदलाव हो रहा था, लेकिन पिछले दस साल में हालात बदल गए हैं। बीते दस वर्षों के दौरान बार्डर के दस किलोमीटर के दायरे में तीन मस्जिद और चार मदरसे का निर्माण हुआ है जबकि इस दरम्यान 29 मंदिर के अलावा एक चर्च तथा एक गुरुद्वारे का निर्माण रिपोर्ट किया गया है। जबकि इसके पहले बार्डर के सात किलोमीटर के दायरे में 468 मस्जिद और 567 मदरसे का निर्माण हो चुका था। बार्डर एरिया में निगरानी के लिए यूपी पुलिस ऑपरेशन कवच चला रही है।

पिछले दिनों भारत सरकार के गृह मंत्रालय की तरफ से अधिकारियों से अपने-अपने जिले के सीमावर्ती इलाकों की मस्जिदों और मदरसों की कुल संख्या के साथ ही पिछले दस साल में सामने आए मंदिर, मस्जिद व अन्य धार्मिक स्थलों की रिपोर्ट मांगी गई थी। इसमें पता चला कि बार्डर के जिले सिद्धार्थनगर और महराजगंज में सबसे ज्यादा मस्जिद और मदरसे का निर्माण हुआ है। बार्डर से सात किमी के दायरे में सिद्धार्थनगर में 222 मस्जिदें व 181 मदरसे तथा महराजगंज में 135 मस्जिदें और 143 मदरसे का निर्माण हुआ है।

बीते दस सालों में बदली धार्मिक स्थलों की स्थिति इंडो-नेपाल बॉर्डर पर पिछले दस साल में यूपी से जुड़े बार्डर के सातों जिलों में दस किमी के दायरे में 29 मंदिर, तीन मस्जिद, चार मदरसा, एक चर्च और एक गुरुद्वारा बनाया गया है। इनमें सिद्धार्थनगर और बलरामपुर में सात-सात मंदिर तो बलरामपुर में एक मस्जिद, महराजगंज में तीन मंदिर, दो मस्जिद और श्रावस्ती में तीन मंदिर चार मदरसा, लखीमपुर खीरी में छह मंदिर एक चर्च, पीलीभीत में तीन मंदिर और एक गुरुद्वारा का निर्माण किया गया है।

10 साल पहले बार्डर पर मस्जिद और मदरसों की स्थिति 10 साल पहले महराजगंज में 135 मस्जिद, 143 मदरसा, सिद्धार्थनगर में 222 मस्जिद, 181 मदरसा, बलरामपुर में 35 मस्जिद, 46 मदरसा, श्रावस्ती में 27 मस्जिद, 108 मदरसा, बहराइच में 38 मस्जिद 79 मदरसा, लखीमपुर खीरी में दस मस्जिद, दस मदरसा और पीलीभीत में एक मस्जिद का निर्माण हो चुका था।

निगरानी के लिए पुलिस चला रही ऑपरेशन कवच

उत्तर प्रदेश के महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिले से नेपाल की करीब 570 किलोमीटर सीमा सटी है। दोनों देशों में आने-जाने के लिए सोनौली, खूंनवा, रुपईडीहा सीमा के अलावा 300 से अधिक पगडंडियां हैं। आतंकी गतिविधि की निगरानी और तस्करी पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस आपरेशन कवच चला रही है। इसके तहत सीमा से सटे गांवों में ग्राम सुरक्षा समिति बनाई गई है। यह समिति सीमावर्ती क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखती है। अवैध गतिविधि दिखने पर इसकी सूचना स्थानीय पुलिस के साथ ही सुरक्षा व खुफिया एजेंसी के अधिकारियों को देती है।