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सीतापुर-दुर्गाष्टमी पर हुई महागौरी देवी की पूजा-अर्चना

चैत्र नवरात्र कोरोना के चलते मंदिरों में कम पहुंचे श्रद्धालु, रहा सन्नाटा ...

सीतापुर-दुर्गाष्टमी पर हुई महागौरी देवी की पूजा-अर्चना
हिन्दुस्तान टीम,सीतापुरTue, 20 Apr 2021 10:40 PM
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चैत्र नवरात्र

कोरोना के चलते मंदिरों में कम पहुंचे श्रद्धालु, रहा सन्नाटा

कुछ घरों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ किया गया हवन-पूजन

सीतापुर। हिन्दुस्तान टीम

महाअष्टमी को मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी देवी का पूजन-अर्चन किया गया। सुबह स्नान के बाद भक्तों ने व्रत धारण किया और मां की विधि-विधान से पूजा की। कुछ घरों में शाम को भक्तों ने पंडितों से हवन करवाया। हालांकि पूर्व की भांति इस वर्ष मंदिरों पर सामूहिक हवन नहीं हुए और न ही मेला लगा। लोगों ने घरों में ही भक्तिभाव से मां की आराधना की और कोरोना महामारी से परिवार और देश की सुरक्षा की कामना की। जिले के प्रमुख देवी मंदिर में सिर्फ विशेष महाआरती का आयोजन किया गया।

दुर्गा कवच के अनुसार मां महागौरी देवी का आठवां स्वरूप हैं। पौराणिक वर्णन के अनुसार भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए देवी ने कठोर तपस्या की थी जिससे इनका शरीर काला पड़ गया था। देवी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान इन्हें स्वीकार करते हैं और शिव के द्वारा इनको विद्युत के समान अत्यंत कांतिमान गौर वर्ण की प्राप्ति हुई तभी से इनका नाम महागौरी पड़ा। महाष्टमी को भक्तों ने व्रत धारण कर मां की कथा का श्रवण किया और उनसे कोरोना महामारी से परिवार की सुरक्षा की कामना की। शहर के आलमनगर स्थित दुर्गा मंदिर में महाअष्टमी को भारी भीड़ उमड़़ती थी और मेले का आयोजन होता था लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते यहां सन्नाटा ही पसरा रहा। नित्य प्रतिदिन होने वाली मां की आरती की गई। उधर, प्रसिद्ध शक्तिपीठ ललिता देवी मंदिर में माता के आठवें स्वरूप का ध्यान कर आराधना की गई। प्रात:कालीन बेला में पुजारी अटल बिहारी शास्त्री व सायंकालीन बेला में लाल बिहारी शास्त्री ने देवी की आरती उतारी । इस दौरान श्रद्धालुओं ने माता को चुनर व प्रसाद चढ़ाया ।

आज होगा भगवान राम का जन्मोत्सव:

मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव बुधवार को मंदिरों में मनाया जायेगा। पौराणिक वर्णन के अनुसार भगवान राम का जन्म अयोध्या में चैत्र मास की नवमी को हुआ था। भगवान का यह अवतार दुष्टों का नाश करने व भक्तों को अभय देने के लिए हुए था।

हवन कर लोक कल्याण की कामना

संदना। दुर्गाष्टमी के मद्देनजर मंगलवार को संदना कस्बा स्थित संधान देवी के स्थान पर मां की पूजा अर्चना की गई। तदुपरांत व्रती श्रद्धालुओं द्वारा हवन कुंड में हवन कर लोक कल्याण की कामना की गई।

इनसेट

मां संकटा देवी को नवाया शीश, मांगी मनौती

महमूदाबाद। चैत्र नवरात्र के पावन मौके पर भक्तों ने आठवें दिन देवी भगवती के महागौरी स्वरूप का विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया। नगर के प्रसिद्ध संकटा देवी मंदिर पर पूजन-अर्चन करने भक्त पहुंचे। भक्तों ने मुंडन, बेटियों की दिखाई जैसे मांगलिक कार्य सम्पन्न कराते हुए संकटा मां के दर्शन किए और मनौती का प्रसाद चढ़ाया।

नवरात्र के अवसर पर महमूदाबाद स्थित मां संकटा देवी मंदिर में सुबह-शाम भक्तों का आवागमन हो रहा है। लोग पूरे नवरात्र का उपवास कर देवी जी की कृपा प्राप्त करने का विधान कर रहे हैं। देवी मंदिरों पर सुबह चार बजे से ही भक्तों की आवाजाही शुरू हो जाती है। नवरात्र के आठवें दिन मंगलवार को क्षेत्रभर से आए लोगों ने अपने पाल्यों का संकटा देवी मंदिर में मुंडन संस्कार सम्पन्न कराया। संकटा देवी मंदिर में कई जनपदों सहित क्षेत्रों से भक्तों ने दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। बासंतिक नवरात्र के अवसर पर भक्तजन विधिवत वैदिक मंत्रों से देवी मां का पूजन-अर्चन कर रहे हैं। मंगलवार को पूरे दिन भोर से ही महामाई के भक्तों का मां संकटा देवी के दरबार में आवागमन रहा। शान्ति व्यवस्था के लिए अधिकारियों ने प्रभावी बन्दोंबस्त किया है।

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