कहीं जागरूकता की कमीं तो कहीं जिम्मेदार ही लापरवाह
पांच स्थान-पांच रिपोर्टर सीतापुर। संवाददाता देश के प्रधानमंत्री से लेकर...
पांच स्थान-पांच रिपोर्टर
सीतापुर। संवाददाता
देश के प्रधानमंत्री से लेकर सूबे के मुख्यमंत्री तक कोरोना की संभावित लहर को लेकर लोगों को चेताया जा रहा है। आलम ये है कि नियमों की अनदेखी सड़क से लेकर सरकारी कार्यालयों तक की जा रही है। ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। बुधवार को प्रमुख स्थानों पर ऐसी ही तस्वीर सामने आई है।
पचास लाख की आबादी में संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर लोग गंभीर नहीं हैं। मंगलवार को जिला अस्पताल, कलेक्ट्रेट, विकास भवन सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर नियमों की अनदेखी दिखी। भीड़ तो थी ही काफी संख्या में लोग मॉस्क भी नहीं लगाए थे। राहगीरों के अलावा पुलिसकर्मी, राजस्वकर्मी, चिकित्सक और अन्य जिम्मेदार भी इसी कड़ी में शामिल मिले। कई तो ऐसे भी थे जो चालानी कार्रवाई करते रहे हैं। कार्यालयों में नियमों की अनदेखी को लेकर पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह खासे गंभीर रहे। एसपी का कहना है कि उन्होंने विभागीय कर्मियों को पहले भी सख्त निर्देश दिए थे। सार्वजनिक स्थानों पर चालानी कार्रवाई की जाती रही है, आगे अभियान चलाया जाएगा।
अस्पताल में भीड़ ही नहीं चिकित्सक भी लापरवाह
स्थान- जिला अस्पताल, समय-10 बजे। बढ़ते संक्रमण की संभावनाओं के कारण गांव से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है। बुधवार को भी ऐसा ही देखने को मिला। भीड़ ओपीडी के बाहर तक थी। चिकित्सक डॉ. जेएन सिंह, डॉ. अनुपम सिंह, डॉ. अशोक कुमार सहित अन्य चिकित्सक चिकित्सीय परामर्श दे रहे थे। रामकोट इलाके से रमेश, प्रशांत और सुमित का परिवार आया था। कई लोग मॉस्क नहीं पहने थे। भीड़ के बीच बच्चों को चिकित्सीय परामर्श देते हुए चिकित्सक डॉ. अशोक कुमार बिना मॉस्क के मिले। अस्पताल परिसर में मरीज को लेकर पहुंचा एम्बुलेंस चालक बिना मॉस्क के था। कई और लोग भी नियमों की अनदेखी कर रहे थे।
कलेक्ट्रेट परिसर में जिम्मेदार लापरवाह
समय- 11 बजे, स्थान-कलेक्ट्रेट परिसर। कलेक्ट्रेट गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी लोगों को अंदर जाने के लिए तमाम सी नसीहतें दे रहा था। लेकिन खुद मॉस्क नहीं लगाए थे। शहर के मोहल्ला शिवपुरी से आई इन्दिरा को जिलाधिकारी कार्यालय तक जाना था, काफी प्रयास के बाद ही महिला अपना शिकायती पत्र लेकर अंदर जा सकी। कई और लोग भी खरी खरी के बाद अंदर जाते हुए मिले। महिला का कहना था कि दूसरों को कोविड नियमों का हवाला तो सुरक्षाकर्मी दे रहे हैं, लेकिन खुद पालन नहीं कर रहे हैं।
हेल्प डेस्क और कार्यालयों को नियमों की दरकार
स्थान- विकास भवन परिसर, समय-11.35 बजे। विकास भवन परिसर में प्रवेश करते ही कोविड हेल्प डेस्क पर ही नियमों की अनदेखी मिली। प्रोटोकॉल का अनुपालन नहीं हो रहा था। अपनी अपनी शिकायतें लेकर आने वालों में भी मॉस्क नदारद था। जिला विकास कार्यालय का हाल भी कुछ ऐसा ही मिला। कई कर्मी बिना मॉस्क के दिखाई दिए। कैमरे का फ्लैश चमकने के बाद ही कई अपने अपने मॉस्क ढूंढते नजर आए।
मुख्य चौराहे पर सुरक्षाकर्मी ही लापरवाह
स्थान- लालबाग चौराहा, समय-12.15 बजे। भीड़ से कोरोना बढ़ सकता है। इसको लेकर पुलिसकर्मी चालान करते रहे हैं। लेकिन बुधवार को नजारा बदला हुआ दिखा। चौराहे पर यातायात के कुछ सिपाही बिना मॉस्क के खड़े मिले। कचहरी से निकलने वाले पुलिसकर्मियों में भी नियमों की खुलकर अनदेखी दिखी। यहीं पर कुछ ग्रामीण बाजार जाते समय मॉस्क लगाने के लिए टोके जा रहे थे।
पुलिस आफिस के करीब नियमों की अनदेखी
स्थान- पुलिस आफिस के निकट हिन्दू कन्या महाविद्यालय का गेट, समय-12.50 बजे। पुलिस आफिस के करीब हिन्दू कन्या महाविद्यालय के करीब क्यूआरटी की ड्यूटी लगी हुई थी। कई सिपाही मॉस्क नहीं लगाए थे। इनके करीब भीड़ थी, जिसको लेकर किसी को टोका नहीं जा रहा था। इसी के करीब स्टेट बैंक का गेट था, यहां भी खुलकर नियमों की अनदेखी हो रही थी। अव्यवस्थाओं का आलम मुख्य मार्ग पर भी था।