सीतापुर: वर्चुअल फेयर से बढ़ी उत्पादकों को उम्मीदें
सीतापुर का दरी उद्योग सूबे के कारोबार को उड़ान देगा। मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वर्चुअल फेयर में जिले के दस उद्यमी जुड़े हैं। उत्पादक अपनी क्षमता का प्रदर्शन आनलाइन व्यवस्था के तहत वेबसाइड पर कर रहे...
सीतापुर का दरी उद्योग सूबे के कारोबार को उड़ान देगा। मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वर्चुअल फेयर में जिले के दस उद्यमी जुड़े हैं। उत्पादक अपनी क्षमता का प्रदर्शन आनलाइन व्यवस्था के तहत वेबसाइड पर कर रहे हैं। पचास देशों के बायर के जुड़ने से कारोबार के बढ़ने की उम्मीद है।
फिक्की के सहयोग से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में एक जिला एक उत्पाद के तहत वर्चुअल फेयर का उद्घाटन किया। आनलाइन व्यवस्था में पचास देशों के बायर भी जुड़े हैं। ऑनलाइन फेयर की इस वेबसाइड में प्रदेश के सबसे अधिक उत्पादक सीतापुर से जुड़े हैं। दस उत्पादकों द्वारा विशेष साइड पर अपने अपने उत्पादन अपलोड किए जा रहे हैं। इनका विदेश में बैठे बायरों द्वारा ऑकलन हो रहा है। कारोबारियों ने सीतापुर के विशेष दरियों को पसंद किए जाने की उम्मीद जताई है। हैण्डलूम मैन्युफेक्चर एण्ड एक्सपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष इश्तियाक हुसैन का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि बायरों को खैराबाद की दरियां सबसे अधिक पसंद आएंगी, क्योंकि यहां पर बनी दरियां सस्ते दामों पर अच्छी उपलब्ध हो जाती हैं। सीतापुर जिला लखनऊ से जुड़ा होने के कारण आवागमन के साधन भी आसान हैं।
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पॉच दिनों तक चलेगा फेयर
आनलाइन व्यवस्था में वर्चुअल फेयर पॉच दिनों तक चलेगा। इसमें बॉयर दरियों के बारे में जानकारी लेंगे। उत्पादक और उपयोगिता को लेकर भी सूचनाओं का आदान प्रदान किया जा रहा है।
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दस उत्पादक वर्चुअल फेयर में शामिल
जिले के दस दरी उद्यमी वर्चुअल फेयर से जोड़े गए हैं, जो मधु इण्डिया, हफीजिया, फरशी रग्स, आसन, स्टालियन, महबूब, अख्तर इन्टरप्राइजेज, क्रियेटिव होम, बिसवां बुनकर वेलफेयर सोसाइटी, एसए हैण्डलूम और कृपा रग्स हैं। उद्यामियों द्वारा उत्पादन वेबसाइड पर अपलोड किया गया है।