सीतापुर:मधुमक्खी पालन के लिए दिया गया प्रशिक्षण
मानपुर। इलाके में खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने अपने हनी मिशन कार्यक्रम के माध्यम...
मानपुर। इलाके में खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने अपने हनी मिशन कार्यक्रम के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों के लिए स्व-रोजगार का निर्माण करके 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में एक बड़ा प्रयास किया है।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने जनपद में स्थापित कृषि विज्ञान केन्द्र, कटिया को श्रमिकों/स्वयं सहायता समूहों की पहचान कर मधुमक्खी पालन पर 5 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करने का दायित्व दिया था। प्रशिक्षित कृषकों को मधुमक्खी पालन गतिविधियों को संचालित करने के लिए उन्हें खादी और ग्रामोद्योग आयोग के सहयोग से आवश्यक उपकरण-किट और मधुमक्खी-बक्से प्रदान किए गये।
आय सृजन में मददगार व्यावसायिक मधुमक्खी पालन:
खादी और ग्रामोद्योग के सहायक निदेशक राधेश्याम ने यह बताया कि मधुमक्खी पालन में न केवल शहद बल्कि पराग, मधुमक्खी के मोम, शाही जेली, प्रोपोलिस जैसे उत्पाद भी बिक्री के योग्य उत्पाद हैं, जिनसे बाजार में बहुत अच्छा मूल्य प्राप्त किया जा सकता है।
दो बैच लगाकर दिया गया प्रशिक्षण:
कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रसार वैज्ञानिक व प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि केन्द्र ने इन कृषक समूहों व प्रवासी मजदूरों को प्रशिक्षित करने के लिए 5-5 दिवसीय 2 बैच चलाया जिसमें कुल 60 पुरुष/महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। लाभार्थी चयन में सरकार के उद्देश्य अनुसार उन प्रवासी मजदूरों का खास खयाल रखा गया जो कोविड-19 महामारी के दौरान महानगरों से अपने गृह नगर लौट आए हैं।