ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश सीतापुरडिप्थीरिया के इंजेक्शन का संकट, महज 4 मरीजों भर की खुराक का स्टॉक

डिप्थीरिया के इंजेक्शन का संकट, महज 4 मरीजों भर की खुराक का स्टॉक

पड़ोसी जिलों लखीमपुर, हरदोई के मरीज भी सीतापुर आ रहे मरीज लखनऊ सेंट्रल ड्रग

डिप्थीरिया के इंजेक्शन का संकट, महज 4 मरीजों भर की खुराक का स्टॉक
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,सीतापुरSun, 22 Oct 2023 09:55 PM
ऐप पर पढ़ें

पड़ोसी जिलों लखीमपुर, हरदोई के मरीज भी सीतापुर आ रहे मरीज

लखनऊ सेंट्रल ड्रग से सप्लाई में आ रही बाधा, उपलब्धता नहीं

सर्दी की आहट पर डिप्थीरिया के मामले बढ़ गए

सीतापुर, संवाददाता। डिप्थीरिया पीड़ित बच्चों के इलाज पर संकट है। इस गम्भीर बीमारी के इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाले इंजेक्शन का स्टाक खत्म होने को है। महज चार बच्चों के इलाज के लिए इंजेक्शन मौजूद है। हर सप्ताह एक से दो बच्चे इस बीमारी से पीड़ित होकर जिला अस्पताल आ रहे हैं। पड़ोसी जिलों हरदोई और लखीमपुर से भी बच्चे आ रहे हैं । कहा जा रहा है कि लखनऊ से होने वाली सप्लाई सही नहीं हो रही है वहीं से संकट है। इसलिए अस्पतालों में दिक्कत खड़ी हो गई है।

जिला अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक एक बच्चे को तीन से चार इंजेक्शन देने की जरूरत पड़ती है। कुल 15 वायल इंजेक्शन बचा है। डिमांड भेजी गई है मगर अभी सप्लाई नहीं हो रही है। दरअसल बच्चों की यह गम्भीर बीमारी है और इसमें गला पूरी तरह चोक हो जाता है। आमतौर पर टीकाकरण नहीं कराए बच्चों को यह बीमारी घेरती है। ऐसे मामले ग्रामीण क्षेत्रों से ही अधिक आते हैं। सीतापुर के प्राइवेट अस्पतालों में आमतौर पर इसका इलाज नहीं मिल पाता है। संक्रामक बीमारी के चलते संक्रमित बच्चों को प्राइवेट अस्पताल भर्ती नहीं करते हैं और अगर इलाज मिलता भी है तो काफी महंगा इलाज होता है। जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में इस बीमारी से पीड़ित बच्चों के इलाज की व्यवस्था है। आईसीयू की भी सुविधा है ताकि गम्भीर होने पर उच्च स्तर का इलाज दिया जा सके। जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरके सिंह का कहना है कि सर्दी शुरू होते ही संक्रमितों बच्चों की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि सप्ताह में एक दो केस रिपोर्ट होते हैं जिनमें दूसरे जिलों के मरीज भी शामिल हैं। समय से बेहतर इलाज मिलने पर बच्चों को ठीक कर लिया जाता है। इंजेक्शन की उपलब्धता फिलहाल है। अगर बच्चे बढ़ते हैं तो समस्या होगी इसके लिए डिमांड भेजी गई है।

बच्चों का टीकाकरण जरूर कराएं: बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष वाजपेई के मुताबिक डिप्थीरिया का टीका अब सभी बच्चों को अनिवार्य तौर पर लगता है। जिन बच्चों को इस बीमारी से बचाव का टीका लग जाता है उन्हें 99.99 प्रतिशत बीमारी होने के चांस नहीं रहते हैं। अगर टीका नहीं लगा है तो संक्रमण कभी भी घेर सकता है इसलिए बच्चों को डिप्थीरिया का टीका जरूर लगवाएं।

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें