
बरेली बवाल की जांच SIT करेगी, एसपी करेंगे नेतृत्व, सीएम योगी की सख्ती के बाद एक्शन में अफसर
संक्षेप: बरेली बवाल की जांच के लिए अब एसआईटी का भी गठन कर दिया गया है। इसका नेतृत्व एसपी लेवल के अफसर करेंगे। सीएम योगी की सख्ती के बाद बरेली के अफसर एक्शन में हैं। डीआईजी ने एसआईटी का गठन करते हुए सभी पांच थानों में दर्ज सभी दस मुकदमों की जांच करेंगे।
सीएम योगी की सख्ती के बाद बरेली में बवाल के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है। अधिकारी पूरी तरह एक्शन में आ गए हैं। अब पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। बवाल को लेकर पुलिस ने पांच थानों में दस मुकदमे दर्ज किए हैं। इन सभी मुकदमों की जांच के लिए डीआईजी अजय साहनी ने एसपी सिटी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की है, जो वैज्ञानिक तरीके से विवेचना को संपादित करेगी।

डीआईजी अजय साहनी ने बताया कि इस प्रकरण में कुल दस मुकदमे पांच थानों में दर्ज किए गए हैं। ये मुकदमे गंभीर अपराध से संबंधित हैं, जिसके चलते गहनता से वैज्ञानिक अनुसंधान का प्रयोग करते हुए विवेचना कराया जाना आवश्यक है। इसको देखते हुए एसपी सिटी मानुष पारीक के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई है। उनके समेत एसआईटी में कुल 12 लोग होंगे। इनमें सीओ प्रथम आशुतोष शिवम और सभी दस मुकदमों के विवेचक शामिल होंगे। एसएसपी अनुराग आर्य को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
शुक्रवार देर रात 12 बजे ही अरेस्ट कर लिए गए थे तौकीर (सभी केंद्र)
पुलिस-प्रशासन ने लंबी रणनीति तय कर मौलाना तौकीर रजा को शुक्रवार देर रात 12 बजे ही गिरफ्तार कर लिया। माहौल की गंभीरता को देखते अफसरों ने इस कार्रवाई को पूरी तरह गोपनीय रखा और जेल भेजने के बाद दोपहर में मौलाना की गिरफ्तारी की घोषणा की।
भीड़ को उकसाने के बाद मौलाना तौकीर गुरुवार देर रात बारादरी क्षेत्र स्थित फाइक इंक्लेव में अपने करीबी फरहत खां के घर जाकर छिप गया। पुलिस ने इसकी जानकारी जुटा ली और शुक्रवार सुबह ही उसे नजरबंद कर घर के बाहर बड़ी तादाद में पुलिस तैनात कर दी गई। बवाल को रोकने के लिए अफसर लगातार उससे बातचीत कर भीड़ को इस्लामिया पहुंचने से रोकने का इंतजाम करने की कोशिश में लगे रहे।
उधर, मौलाना तौकीर नहीं माना और दोपहर में जुमे की नमाज के बाद शहर में जगह-जगह बवाल शुरू हो गया। इसके बाद पुलिस का सुरक्षा घेरा और कड़ा कर दिया गया। हालात सामान्य होने के बाद अफसरों ने शासन को पूरे प्रकरण की जानकारी दी और वहां से मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी को हरी झंडी दी गई। वहीं, दूसरी ओर फाइक इंक्लेव में मीडिया का जमावड़ा था, जिसके चलते अफसर रात होने का इंतजार करने लगे।
कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे डीएम-एसएसपी
अफसरों के मुताबिक रात करीब 12 बजे फाइक इंक्लेव से मीडिया का जमावड़ा खत्म हुआ। इसके बाद डीएम अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य पुलिस की बड़ी टीम के साथ फाइक इंक्लेव पहुंचे। दोनों अधिकारियों की मौजूदगी में बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय और कोतवाली इंस्पेक्टर अमित पांडेय मौलाना को घर से निकाल लाए और हिरासत में ले लिया। वहां से मौलाना को कोतवाली ले जाया गया। शनिवार सुबह पांच बजे जिला अस्पताल में मौलाना तौकीर का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया।
स्पेशल कोर्ट में पेश कर भेजा गया जेल
मौलाना तौकीर रजा पर चल रही कार्रवाई को पुलिस ने बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया। मेडिकल कराने के साथ ही मौलाना को तत्काल जेल भेजने के लिए सुबह छह बजे स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। वहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश हुआ और सुबह नौ बजे से पहले ही पुलिस ने मौलाना को केंद्रीय कारागार-2 में दाखिल कर दिया।

लेखक के बारे में
Yogesh Yadavयोगेश यादव हिन्दुस्तान में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर हैं।
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