जिले की चार विस सीटों पर अब तक नहीं खुल सका बसपा का खाता
सिद्धार्थनगर। निज संवाददाता बसपा के लिए जिले की चार विधानसभा सीट कभी मुफीद नहीं...
सिद्धार्थनगर। निज संवाददाता
बसपा के लिए जिले की चार विधानसभा सीट कभी मुफीद नहीं रही। यहां पर करीबी मुकाबला जरूर रहा पर हर बार हार ही मिली। सिर्फ डुमरियागंज विस क्षेत्र ऐसा है जहां से बसपा जीत का दो बार परचम लहरा चुकी है।
जिले में पांच विधानसभा इटवा, डुमरियागंज, बांसी, कपिलवस्तु व शोहरतगढ़ है। डुमरियागंज को छोड़ बाकी चारों विधानसभा क्षेत्र में आज तक बसपा कभी खाता नहीं खोल सकी है। इटवा, शोहरतगढ़ में वह नंबर दो जरूर बनी लेकिन जीत दूर रही। डुमरियागंज विधानसभा सीट से पहली बार बसपा ने 2007 में खाता खोला था जब मलिक तौफीक अहमद चुनाव मैदान में थे। उन्होंने जीत दर्ज कर जिले में बसपा के जीत का परचम लहराया था। जनवरी 2010 में उनकी हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी इससे डुमरियागंज सीटरिक्त हो गई थी। उस सीट पर 2010 में ही उपचुनाव हुआ तो बसपा ने मलिक तौफीक अहमद की पत्नी खातून को घर की चहारदीवारी से निकाल कर उम्मीदवार बना दिया था। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को लगभग 16 हजार मतों के अंतर से शिकस्त देकर बसपा को दूसरी जीत दिला दी थी। 2010 से लेकर अब तक या उससे पूर्व बसपा किसी और विधानसभा सीट से चुनाव नहीं जीत सकी है।