श्रावस्ती-आंधी और बरसात ने मचाही तबाही,धान की 70 प्रतिशत फसल बेकार
मौसम - रविवार दोपहर से शुरू हुई बरसात और तेज हवा सोमवार को भी
मौसम
- रविवार दोपहर से शुरू हुई बरसात और तेज हवा सोमवार को भी जारी रही
- खेतों में कटी पड़ी फसल के दाने फूले, नहीं निकलेगा चावल
श्रावस्ती। टीम
तेज आंधी और बरसात ने धान की फसल को बर्बाद कर दिया और किसानों की चार महीने की मेहनत को पानी में बहा दिया। बरसात से धान की तैयार हो चुकी फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। इससे किसान दाने दाने को मोहताज हो जाएंगे।
रविवार सुबह तो मौसम ठीक था। लेकिन दोपहर में बादल छा गए और तेज हवा चलने लगी। इसके कुछ देर बाद ही आंधी आ गई और झमाझम बारिश होने लगी। यह सिलसिला रुक रुक कर शाम तक जारी रहा। वहीं रविवार रात में भी तेज हवा के साथ बरसात होती रही। सोमवार सुबह से तेज पुरवा हवा के साथ रुक रुक कर बारिश होती रही। आंधी और बारिश ने धान की फसल को भारी क्षति पहुंचाई है। एक अनुमान के अनुसार जिले की करीब 70 प्रतिशत फसल आंधी और बरसात की भेंट चढ़ गई है।
लक्ष्मनपुर संवाद के अनुसार- लक्ष्मनपुर क्षेत्र में धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। शायद ही कोई खेत बचा हो जिसमें धान की फसल खड़ी हो। वहीं जो फसलें कट गई थीं और किसान उठा नहीं पाए थे। से पानी में डूब रही हैं।
रतनापुर संवाद के अनुसार- सोनवा थाना क्षेत्र के इलाकों में रविवार से हो रही बरसात व तेज हवा की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। धान की फसल पक कर खेतों में तैयार खड़ी थी। कुछ किसान फसल काटने लगे थे। लेकिन आंधी और पानी से फसल को बर्बाद कर दिया।
इसी तरह से गिरंटबाजार, मल्हीपुर, जमुनहा, इकौना, गिलौला आदि क्षेत्रों में भी धान की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है।
कोट
इस प्राकृतिक आपदा ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। धान की फसल तो करीब 70 प्रतिशत खराब हो गई है। ऐसे में किसान पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। इस पर किसान कुछ कर भी नहीं सकते हैं। उनकी छह महीने की मेहनत पर पानी फिर गया है।
डा विनय कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र श्रावस्ती