श्रावस्ती:लाकडाउन में आग लगने की घटनाओं आई भारी कमी
एक ओर जहां महामारी बन चुके कोरोना वायरस ने लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। वहीं कुछ अच्छी बातें भी देखने को मिल रही है। इस गर्मी की सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार आग लगने की घटनाओं में भारी कमी...
एक ओर जहां महामारी बन चुके कोरोना वायरस ने लोगों का जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। वहीं कुछ अच्छी बातें भी देखने को मिल रही है। इस गर्मी की सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार आग लगने की घटनाओं में भारी कमी आई है। साथ ही इस बार कोई बड़ी घटना नहीं सुनी गई।
15 फरवरी से 15 जून फायर सीजन कहा जाता है। इस दौरान अग्निकांड की घटनाएं अधिक होती हैं। इस समय फायर सीजन चल रहा है। आग की घटनाओं के लिए यह सीजन सबसे अधिक खतरनाक माना जाता है, जिसमें प्रतिदिन किसी न किसी गांव में आग लगने की घटना होती रहती हैं। लेकिन इस वर्ष मई माह बीतने को है और अभी तक जिले में आग की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, जिसे देखते हुए लगता है कि जिस तरह से कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन ने सभी कार्यों को स्थगित कर दिया है उसी तरह आग की घटनाओं पर भी काफी हद तक अंकुश लगा है।
बीते वर्षों में अप्रैल व मई माह में जहां आग लगने की घटनाएं अपने चरम पर होती थीं। इस बार अभी तक ऐसी कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है, जिसमें लोगों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ा हो। पिछले वर्षों में फायर सीजन में कई गांव आग की भेंट चढ़ जाते थे। जिससे लोगों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ता था। लेकिन इस वर्ष अप्रैल माह में बारिश के चलते जहां जंगल आग से बचे रहे, वहीं लॉकडाउन के चलते मानव जनित आग की घटनाओं को भी रोकने में मदद मिली है।
फायर सीजन में आग की घटनाओं के आंकड़े
अप्रैल व मई माह में आग की अधिक घटनाएं होती हैं। लेकिन इस वर्ष केवल छिटपुट छोटी छोटी घटनाएं ही हुई हैं। जहां बीते वर्ष अप्रैल और मई 2019 में कुल 176 आग की घटनाएं हुई थीं, जिसमें अप्रैल में 89 और मई में कुल 87 स्थानों पर आग लगी थी। इसमें कुछ ऐसी घटनाएं भी शामिल हैं जिसमें लोगों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा था। वहीं वर्ष 2020 में अभी तक जिले में आग की घटनाएं पिछले वर्ष की अपेक्षा आधे से भी कम हैं। इस साल अप्रैल माह में 33 जबकि मई माह में 24 कुल आग की 57 घटनाएं हुई हैं। इसमें भी कई स्थानों पर छोटी छोटी घटना हुई है। इसके अलावा इस बार भीषण अग्निकांड की बड़ी घटना नहीं सुनी गई है।
बीते साल की अपेक्षा इस साल अप्रैल व मई में आग की घटनाएं बहुत कम है। आगे भी आग की घटनाएं कम हों। कम संसाधन में भी आग जैसी घटना से निपटने का पूरा प्रयास किया जाता है।
वीरेन्द्र कुमार, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी