खतरे के निशान से ऊपर राप्ती, गांवों पर मंडराया बाढ़ का खतरा
Shravasti News - नेपाल में लगातार बारिश के कारण राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन सतर्क है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। नदी का...

श्रावस्ती,संवाददाता। नेपाल में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। इससे नदी किनारे बसे दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुसने का खतरा मंडराने लगा है। मल्हीपुर भंगहा मोड़ मार्ग पर बंदरहा कुटी के पास सड़क कट गई थी। इस मार्ग पर तीन फीट तक पानी बहने लगा है। गुरुवार को दोपहर 12 बजे से लेकर रात 12 बजे तक जलस्तर 127.40 सेंटीमीटर पर स्थिर था। लेकिन रात एक बजे से नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी। रात एक बजे जलस्तर 127.85 सेंटीमीटर पर पहुंचा। वहीं शुक्रवार सुबह छह बजे यह 128.30 सेंटीमीटर, सात बजे 128.40 सेंटीमीटर और आठ बजे 128.50 सेंटीमीटर तक बढ़ गया।
जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से नदी किनारे बसे वीरपुर, लौकिहा, साई गांव, घाटे पुरवा, सलारूपुरवा, जोगिया, हरिहरपुर, महाराज नगर, गुरुदत्त पुरवा, गजोबरी, बंदरा, कथरामाफी, शिकारी, पोन्दला, पोंदली, पिपरहवा, हसनापुर समेत कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। वहीं नेपाली क्षेत्र के सोनबरसा, कुड़वा, कुदरबेटवा, गंगापुर, भगवानपुर, मटेहिया, होलासपुरवा, नरैनापुरवा, घुरदौड़िया, कोटिया, बनियां गांव, सुइया आदि क्षेत्रों के लोगों के चेहरे पर भय दिखने लगा है। नदी का पानी अगर और बढ़ा तो बाढ़ की स्थिति बन सकती है। राप्ती बैराज का जलस्तर भी सुबह आठ बजे 127.70 सेंटीमीटर के सापेक्ष 128.50 सेंटीमीटर पर बह रहा था। यानी मात्र कुछ घंटों में जलस्तर में 80 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। प्रशासन सतर्क है और नदी किनारे बसे गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है। स्थानीय प्रशासन व आपदा प्रबंधन टीम पूरी तरह चौकस है और आवश्यकतानुसार राहत कार्य शुरू करने की तैयारी में जुटी है। ग्रामीणों में चिंता का माहौल बना हुआ है। जिला प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और नदी के किनारे न जाने की अपील की है।
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